अंबिकापुर सूरजपुर जिले की सिलफिली ग्राम पंचायत के सरपंच संजय नींद नेटी की मौत के बाद .. ग्रामीण लोगो ने अम्बिकापुर हॉलिक्रास अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया.. दरअसल ग्रामीणों ने मृतक के इलाज की समरी मांगी थी जिसे देने से अस्पताल प्रबंधन ने मना कर दिया। और मीडिया के पूछे जाने पर अपनी जिम्मेदारी का ठीकरा मुख्य चिकित्सा अधिकारी पर यह कह कर फोड़ दिया की उन्होंने समरी देने से मना किया है, जिसके बाद ग्रामीण हंगामा करते हुए अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफ आई आर की मांग करते हुए अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिए, हालात बिगड़ते देख मौके पर कोतवाली पुलिस और एस डी एम पुष्पेंद्र शर्मा पहुँच गए और ग्रामीणों की मांगों पर बात करते हुए समझाइस दी.. और अस्पताल प्रबंधन से बात कर इलाज समरी उपलब्ध कराई.. वही ग्रामीणों के द्वारा संजय सिंह नेटी के अंतिम संस्कार के बाद कोतवाली थाना अंबिकापुर में हालीक्रास अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ ऍफ़ आई आर कराने की बात कही गई है.. इतना ही नहीं अस्पताल प्रबंधन पर लापारवाही का आरोप लगाते हुए प्रशासन से अस्पताल की कार्यप्रणाली की जांच कराने की भी मांग की है..
दरअसल प्रदेश के सबसे पहले डिजिटल गाँव सिलफिली के सरपंच संजय नेटी का कल शमा निधन हो गया था.. 6 दिसंबर को गांव में ही वो सड़क किनारे सडक से काफी अन्दर खड़े थे और तभी एक मालवाहक वाहन ने उन्हें ठोकर मार कर घायल कर दिया था.. जिसके बाद उनका इलाज अंबिकापुर के होलीक्रास अपस्ताल में किया जा रहा था.. जानकरी के अनुसार उनकी पेट की आंतो में संक्रमण हो गया था और चिकित्सक नहीं समझ पाए की संजय के पेट में संक्रमण फ़ैल रहा है.. अचानक जब उनके पेट से संक्रमण का मल बाहर निकला गया तब जकार एक आपरेशन किया गया लेकिन आपरेशन के महज 16 घंटे में उनकी मौत हो गई..
गौरतलब है की सूरजपुर जिले की सिलफिली ग्राम पंचायत के युवा सरपंच संजय नेटी के निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है.. क्योकी संजय गाँव के विकाश पुरुष थे.. उनके रहते सिलफिली गाँव ने ऐसा काम किया जो प्रदेश ही नहीं देश के किसी गाँव में दूसरी बार हुआ था.. गाँव के युवाओ ने उनके प्रोत्साहन से इस गाँव को फ्री वाई-फाई युक्त बना दिया था.. जिस वजह से गाँव ने पूरे देश में ख्याति पाई थी.. लेकिन असमय उनकी मौत से पूरा क्षेत्र सकते में आ गया और आज गाँव के सैकड़ो लोग अपस्ताल में जमा हो गए और अपने नेता संजय सिंह के इलाज में लापरवाही की वजह से मौत पर हंगामा खड़ा कर दिया..
राजेश कुशवाहा… सिलफिली को फ्री वाईफाई देने वाले संजय के साथी
इस सम्बन्ध में गाँव के युवा राजेश कुशवाहा ने बताया की इस अस्पताल ने उनके साथी की जान ले ली है.. सप्ताह भर से अधिक इलाज करने के बाद भी अस्पताल यह नहीं जान सका की संजय की पेट की अंत फट चुकी है.. और इलाज में विलंब की वजह से उसमे संक्रमण हो गया.. देर से जब पता चला एक ऐसे डाक्टर से आपरेशन करा दिया गया जो पहले भी कई लोगो की जान से खिलवाड़ कर चुका है…
अनूप सिन्हा… भाजपा नेता
इस दौरान ग्रामीणों के साथ क्षेत्र के भाजपा नेता अनूप सिन्हा भी मौजूद थे उन्होने अस्पताल पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा की इस अस्पताल ने उनके साथी की हत्या की है और वो इनके खिलाफ अपराध दर्ज करा कर आरोपियों को सजा दिला कर ही रहेंगे..
पुष्पेन्द्र शर्मा एस.डी.एम. अंबिकापुर
अस्पताल में हंगामे के बीच एसडीएम पुष्पेन्द्र शर्मा भी मौके पर पहुचे उन्होंने कहा की ग्रामीणों की मांग पर इलाज के दस्तावेज उन्हें दिला दिए गए है.. और उनकी अन्य मांगो के लिए लिखित में आवेदन देने को कहा गया है.. जो भी शिकायत होगी उसकी जाँच कराई जायेगी..