केरल का सबसे उत्तरी जिला कासरगोड अपने देवस्थानों, किलों, नदियों, पहाड़ियों और सुन्दर सागर तटों के लिए प्रसिद्ध है। बेक्कल का शानदार किला केरल के सबसे बड़े और सबसे अच्छी तरह संरक्षित किलों में एक है। बेक्कल किले के पास बेक्कल फोर्ट बीच कहे जाने वाले छिछले सागर तट का सुन्दर विस्तार बहुत ही आकर्षक है। इसे बेक्कल रिज़ॉर्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (BRDC) द्वारा विकसित किया गया है।
सौंदर्यीकरण: स्थल के सौंदर्यीकरण के अंतर्गत शामिल हैं ग्रेनाइट से बीच पर बनी थेय्यम की दो मूर्तियां और एक शेड जिसकी सजावट निलम्बुर के कलाकारों के द्वारा की गई है। इनके अलावा पार्किंग क्षेत्र में एक रॉक गार्डन का निर्माण विभिन्न आकारों के लैटेराइट चट्टानों से किया गया है। सामाजिक वानिकी कार्यक्रम के अंतर्गत ‘बीच’ वाले इलाके में पेड़ लगाए गए हैं।
पार्किंग सुविधा: BRDC ने 7000 वर्ग मी. का क्षेत्र विभिन्न प्रकार के वाहनों के लिए विकसित किया है।
वॉकवे: खूबसूरत सागर तट के नजारे और बेक्कल फोर्ट की शानदार झलकियों का आनंद लेने के लिए एक सुंदर वॉकवे का निर्माण किया गया है।
रोशनी से जगमगाता बीच: शाम ढलने पर बीच के इलाके को रोशनी से जगमगाने की व्यवस्था की गई है ताकि पर्यटक यहां सूरज ढलने के बाद भी देर तक वक्त गुजार सकें।
विश्राम की सुविधा: मल्टी शेड और एरु मडम पर्यटकों को विश्राम करने और समुद्री हवा का आनंद लेने की सुविधा प्राप्त होती है। स्थानीय रूप से उपलब्ध सामग्रियों से पर्यटकों के बीच पर बैठने की व्यवस्था की गई है।
टॉयलेट: पर्यटकों के इस्तेमाल के लिए टॉललेट बनाए गए हैं और स्थल की साफ-सफाई को ध्यान में रखकर जगह-जगह पर्यावरण हितैषी बांस के कूड़ेदान रखे गए हैं।
चिल्ड्रेंस पार्क: 14 साल से कम उम्र के बच्चों के खेलने के लिए एक पार्क का निर्माण किया गया है।
विकसित स्थल के रखरखाव के लिए प्रत्येक पर्यटक से एक रुपए का मामूली प्रवेश शुल्क लिए जाने का प्रावधान है। इसी तरह का एक मामूली शुल्क वाहन पार्किंग के लिए भी लगाया गया है। BRDC का लक्ष्य भविष्य में बीच पर 11 एकड़ के एक अन्य क्षेत्रफल को विकसित करने का है जिसमें वाटर पार्क, थीम पार्क आदि होंगे।
BRDC की स्थापना केरल सरकार द्वारा बेक्कल को एक नियोजित ईको-फ्रेंडली पर्यटन स्थल के रूप विकसित करने के लिए की गई थी। BRDC द्वारा 19 एकड़ भूमि को बेक्कल फोर्ट बीच के विकास के लिए विकसित किया गया जिसपर भूमि अधिग्रहण सहित कुल लागत 2.5 करोड़ रुपए की आई।
यहां पहुंचने के लिए:
- निकटतम रेलवे स्टेशन : कासरगोड, कोझिकोड-मैंगलोर-मुम्बई रोड पर।
- निकटतम हवाई अड्डा: मैंगलोर, कासरगोड शहर से 50 किमी; कारीपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा, कोझिकोड, कासरगोड शहर से 200 किमी.