एक इंजीनियर का अपना अलग क्षेत्र होता हैं और एक डॉक्टर का अपना अलग। मगर आज यहां जिस इंजीनियर के बारे में हम आपको बता रहें हैं उसने हमारे देश को 900 डॉक्टर दिए हैं। आप शायद अब्दुल कादिर के बारे में न जानते हो, पर हम आपको बता दें कि यह वह व्यक्ति हैं जिसने एक इंजीनियर होते हुए इस देश को 900 MBBS डाक्टर दिए हैं।
ये सभी डाक्टर वर्तमान में देश के अलग अलग हिस्सों में अपनी सेवायें दे रहें हैं। अब्दुल कर्नाटक के बीदर जिले के रहने वाले हैं। इन्होने 1989 में एक छोटे से कमरें में महज 17 छात्रों के साथ एक कोचिंग इंस्टिट्यूट की शुरुआत की थी। वर्तमान यह संस्थान “शाहीन ग्रुप ऑफ इंस्ट्रीटयूशन” के नाम से दुनिया में अपनी पहचान बना चुका हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी की आज इस संस्थान के अंतर्गत 16 प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज तथा 9 कॉलेज चल रहें हैं साथ ही एक डिग्री कॉलेज भी चलाया जा रहा हैं जिसकी ब्रांच बंगलौर तथा मसूरी में है।
900 डाक्टर आज रौशन कर रहें हैं लोगों का जीवन
5 वर्षों में यहीं से 900 छात्रों ने एमबीबीएस क्रैक कर मेडिकल कालेजों में एडमिशन लिया। इस कार्य के लिए अब्दुल कादिर को सम्मानित भी किया गया हैं। इसके अलावा देश को आगे बढ़ाने के इस कार्य के लिए अब्दुल को राज्योत्सव अवॉर्ड, डॉ मुल्ताज खान अवॉर्ड ,गुरुकुल अवॉर्ड जैसे कई सम्मान मिले हैं। देखा जाए तो अब्दुल जी के इस महान योगदान से न सिर्फ देश के विकास में बड़ी सफलता मिली बल्कि इस कार्य से देश में एक नयी मजबूती आई। अब्दुल कादिर जैसे बहुत कम लोग होते हैं जो अपने जीवन को अन्य लोगों का भविष्य सवारने में लगा देते हैं।
अब्दुल जी ने सिर्फ देश का छात्रों का ही जीवन नही चमकाया बल्कि देश का नाम भी ऊंचा किया हैं। आज अब्दुल कादिर के संस्थान से निकले छात्र डाक्टर बन कर अन्य लोगों के जीवन में रौशनी फैला रहें हैं।