अंबिकापुर शहर में एक दिव्यांग शासन की योजना के लिए दर दर भटक रहा है.. विभागीय अधिकारियो की मनमानी इतनी बढ़ गई है की मुख्यमंत्री के आदेश को भी ठेंगा दिखाने से बाज नहीं आ रहे है.. इस सम्बन्ध में जब मीडिया से हस्ताक्षेप किया तब मामला कलेक्टर के संज्ञान में आया और कलेक्टर के निर्देश दिए जाने के बाद अब समाज कल्याण विभाग एक सप्ताह में दिव्यांग को गुमटी उपलब्ध कराने की गारंटी दे रहा है..
अंबिकापुर छत्तीसगढ़ सरकार ने दिव्यांगो के कल्याण के लिए समाज कल्याण विभाग को जिम्मा दे रखा है लेकीन विभाग के जिम्मेदारान ऐसे मदमस्त नौकरी कर रहे है की एक दिव्यांग पिछले दो वर्षो से कार्यालय के चक्कर लगा रहा था लेकिन उसे दूकान संचालित करने के लिए गुमटी नहीं मिल सकी इतना ही नहीं यह दिव्यांग इस सम्बन्ध में तीन बार मुख्यमंत्री से भी मिल चुका है.. और मुख्यमंत्री के आदेश का भी अधिकारियो पर कोई असर नहीं हुआ.. यहाँ तक की मुख्य मंत्री कार्यलय से पत्र आने के बाद भी दिव्यांग की सुनवाई नहीं हुई..
वही आज जब दिव्यांग अपनी समस्या लेकर जन दर्शन में आया था और उसने अपनी पीड़ा मीडिया से बतानी शुरू की और मीडिया ने मामले में हस्ताक्षेप किया तब कलेक्टर किरण कौशल ने सम्बंधित अधिकारी को निर्देशित किया.. जिसके बाद समाज कल्याण विभाग के अधिकारी दिव्यांग को एक सप्ताह में गुमटी देने की गारंटी दे रहे है..
बहरहाल मीडिया की पहल के बाद अधिकारी ने गारंटी दी है.. लेकिन क्या वाकई में दिव्यांग अजय गुप्ता को इस बार सफलता मिलेगी या यु ही हर बार की तरह इस बार भी कोरे आश्वासन से ही संतोष करना पडेगा..