- परिजनो का आरोप … 7 दिन मे 2 बार डाक्टरो ने ली सुध
- विधायक ने रायपुर ले जाने का बहुत प्रयास,, लेकिन नही बच पाई जान
- महिला को रायपुर ले जाने के लिए धरने मे बैठे विधायक
अम्बिकापुर पिछले एक साल से शून्य ईयर होने का दंश झेलने के बाद भी अम्बिकापुर मेडिकल कालेज अस्पताल की व्यवस्था जस की तस है , यहां आय दिन व्यवस्थाओ की कमी और डाक्टरो की अनदेखी मरीजो के मौत का कारण बन रही है , मौजूदा मामला मैनपाट इलाके के नागाडांड मे रहने वाली महिला की मौत से जुडा है, महिला को बीते सोमवार को ब्रेन हैमरेज के कारण अस्पताल मे भर्ती कराया गया था, लेकिन परिजनो का आरोप है कि सोमवार से रविवार तक सात दिनो मे महज दो बार ही डाक्टर ने उसका चेकप किया और कल शनिवार को बिगडती हालत के बाद वृद्द को रायपुर के लिए ऱिफर किया गया , लेकिन 108 ना आने के काऱण 24 घंटे तक महिला तडपडी रही और रविवार को उसकी मौत हो गई । हांलाकि महिला के मौत के बाद परिजनो का इंतजार खत्म हो गया और मौत होने के बाद 108 उसको ले जाने अस्पताल पहुंच गई।
दरअसल तकरबीन 70 वर्षीय गिरजावति यादव, जिले के मैनपाट विकासखण्ड के नागाडांड की रहने वाली थी, जिसको सर और कमर मे दर्द होने के बाद सोमवाल को बेटी गंगोत्री और बेटा कृष्णा यादव ने अम्बिकापुर मेडिकल कालेज अस्पात मे भर्ती कराया था, शुरुआत मे इलाज कर रहे डाक्टर ने बताया कि इनको ब्रेन हैमरेज हुआ है, कुछ दिनो तक किसी तरह गिरजावति का इलाज चलता रहा , लेकिन शनिवार की सुबह उसको सांस लेने मे दिक्कत होने लगी, लिहाजा डाक्टरो ने उसको रायपुर मेडिकल कालेज के लिए रिफर कर दिया,,, लेकिन हैरानी की बात है कि रिफर करने के बाद वृद्द महिला के परिजनो ने सैकडो बार 108 प्रबंधन से रायपुर ले जाने के लिए फोन लगाया , लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बाद भी ना ही 108 उनको लेने पहुंचा और ना ही अस्पताल प्रबंधन ने उनको ले जाने की कोई व्यवस्था की,, जिस कारण 70 वर्षीय वृद्द महिला ने इलाज के आभाव मे दम तोड दिया,,
चीख चीख कर लगा रहे है आरोप
मां की मौत के बाद अस्पताल मे अपनी मां की देखभाल करने वाले उनका बेटा कृष्णा यादव औऱ बहन गंगोत्री रो रो कर बुरा हाल है…. वो अस्पताल प्रबंधन पर इलाज ना करने का का आरोप लगा रहे है… बेटी गंगोत्री का आरोप है कि सात दिनो मे डाक्टर सिर्फ दो बार ही चेकअप करने आए उनके पास आए है,, जिममे पहली बार उन्होने बिमारी बताया और अंतिम बार रिफर कर दिया। तो वही बेटे का आरोप है कि लगातार 108 को फोने लगाने के साथ प्रबंधन से कई बार विनती करने के बाद भी रायपुर ले जाने के लिए एम्बुलेंस नही मिला, जिससे मां की मौत हो गई है,,,
विधायक का प्रय़ास भी नही आया काम
मामला सीतापुर विधानसभा के मैनपाट इलाके का है लिहाजा आज सुबह जब परिनजो ने विधायक अमरजीत भगत को इस बात की जानकारी दी , तो उन्होने अस्पताल पहुंच कर महिला की स्थिती के बारे मे जाना और महिला को रायपुर ले जाने औऱ बेहतर इलाज के लिए उन्होने स्वास्थ विभाग से जुडे तमाम आला अधिकारियो से बात की , लेकिन विधायक के मुताबिक किसी ने उनको प्रापर रिस्पांस नही किया , तो कुछ ने उनका फोन सुनकर फोन स्विच आफ कर लिया,, जिसके बाद विधायक ने मेडिकल कालेज अस्पताल की बिगडी व्यवस्था को पटरी मे लाने के लिए आने वाले समय मे अनिश्चितकालीनन आंदोलन करने की बात कही है और मेडिकल कालेज मे फैली अव्यवस्था के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है,,
2500 रुपए मे होता सीटी स्केन
अस्पताल का सिटी स्केन मशीन महीनों से खराब है,,, जिस कारण मेडिकल कालेज प्रबंधन ने पास के ही निजी विद्या डायोनेस्टिक से टाईएप किया है… जिसके लिए प्रबंधन ने निर्धारित 1600 रपए की शुल्क निर्धारित की है,, लेकिन गिरजवाति के पुत्र और बेटी ने ये आरोप लगाया है कि विद्या डायगोनेस्टिक मे कराए गए सिटी स्केन के लिए उनसे सेंटर मे 25 सौ रुपया लिया गया है… जिसके एवज मे सेंटर द्वारा इस टेस्ट का कोई बिल भी नही दिया जा रहा है!