सूर्य-नमस्कार में अधिक भागीदारी के लिये सभी जिलों को निर्देश |
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पहली से चौथी कक्षा तक के विद्यार्थी शामिल नहीं होंगे
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भोपाल : शनिवार, जनवरी 11, 2014, 17:49 IST | |
मध्प्रदेश में स्वामी विवेकानन्द की जयंती के अवसर पर 13 जनवरी को होने जा रहे सामूहिक सूर्य-नमस्कार एवं प्राणायाम के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिये सभी जिलों में व्यापक तैयारियाँ की जा रही हैं। सूर्य-नमस्कार कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं और नागरिकों की अधिक भागीदारी के लिये राज्य शासन ने सभी जिला कलेक्टर और संभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारस जैन उज्जैन के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में सूर्य-नमस्कार करेंगे। सूर्य-नमस्कार प्रात: 11 बजे पूरे प्रदेश में एकसाथ प्रारंभ होगा, जो 12.30 बजे तक चलेगा। वर्ष 2007 के बाद यह आठवाँ सामूहिक सूर्य-नमस्कार होगा।
शासन ने कलेक्टर्स से मंत्रीगण के अलावा सांसद, विधायक, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर निगम, नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायत अध्यक्ष, जिला और जनपद पंचायतों के अध्यक्ष और सदस्यों तथा पार्षदों से शिक्षण संस्थाओं में होने वाले सामूहिक सूर्य-नमस्कार के आयोजन में उपस्थित रहने के लिये अनुरोध करने को कहा है। शिक्षण संस्थाओं के प्रमुख से भी इस बात का ध्यान रखने को कहा गया है कि उनकी संस्था में मंत्री या अन्य जन-प्रतिनिधि भी शामिल हों। शासन ने प्रत्येक शिक्षण संस्था और छात्रावास में निर्धारित समय पर सूर्य-नमस्कार करवाने को कहा है। आयोजन में कक्षा पाँचवीं से बारहवीं तक के तथा महाविद्यालयीन विद्यार्थी शामिल होंगे। कक्षा पहली से चौथी तक के बच्चे आयोजन में शामिल नहीं होंगे, लेकिन वे दर्शक के रूप में मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण रेडियो के सभी प्रायमरी चेनल और विविध भारती से होगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का संदेश भी प्रसारित करवाया जायेगा। कलेक्टर्स को सूर्य-नमस्कार के पूरे समय तक सभी आयोजन स्थल पर रेडियो चलाये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करवाने को कहा है।
शासन ने उच्च शिक्षा, आदिवासी विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय प्रशासन, वन, सहकारिता आदि विभाग को अपने अधीनस्थ संस्थाओं एवं स्वैच्छिक संगठनों के लिये भी पृथक से निर्देश जारी करने को कहा है। शासन ने सभी शिक्षण संस्थाओं में सूर्य-नमस्कार का आयोजन अनिवार्य रूप से करने को कहा है। सूर्य-नमस्कार के इच्छुक व्यक्ति किसी भी शिक्षण संस्था में शामिल हो सकेंगे। आयोजन को सफल बनाने के लिये समस्त संभागीय आयुक्त, आई.जी., उच्च शिक्षा के अतिरिक्त संचालक, लोक शिक्षण के संभागीय संयुक्त संचालक, संभागीय उपायुक्त आदिवासी विकास, पंचायत, स्वास्थ्य के संयुक्त संचालक, उप संचालक नगरीय प्रशासन, वन संरक्षक तथा अन्य विभाग के संभागीय अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में मॉनीटरिंग करेंगे। सूर्य-नमस्कार में छात्राएँ सूट/ट्रेक सूट तथा छात्र गणवेश/ट्रेक सूट पहनकर शामिल हो सकेंगे।
शासन ने सूर्य-नमस्कार संबंधी मार्गदर्शी पुस्तक डीईओ के माध्यम से सभी स्कूल-कॉलेज में पहुँचा दी है। कक्षा छठवीं की सहायक वाचन में भी सूर्य-नमस्कार और प्राणायाम का उल्लेख है, जिसे उपयोग करने को कहा गया है। सूर्य-नमस्कार का सुचारु संचालन करने तथा प्रचार-प्रसार की दृष्टि से जिंगल्स, फ्लेक्स, बेनर, प्रशिक्षण सामग्री आदि की सी.डी. पूर्व में ही सभी जिलों को भेजी जा चुकी है। इस बात का ध्यान रखने को कहा गया है कि सम्पूर्ण प्रदेश में एक समय एक संकेत पर एक साथ आयोजन हो। कार्यक्रम में किसी भी संस्था अथवा विद्यार्थी का भाग लेना पूर्णत: स्वैच्छिक होगा। इसके लिये किसी प्रकार की बाध्यता नहीं रखी गयी है शारीरिक, मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति चिकित्सीय परामर्श के बाद कार्यक्रम में भाग ले सकेंगे। आयोजन के पूर्व स्थल की सफाई, समतलीकरण, मंच निर्माण, माइक एवं जल व्यवस्था आदि भी करवाने के निर्देश दिये गये हैं। आयोजन के बाद 3 दिन के भीतर जिलों से फीडबेक प्राप्त किया जायेगा, जिसमें शिक्षण संस्थाओं में हुए आयोजन में कितने बच्चों एवं नागरिकों ने भाग लिया, इसकी भी जानकारी ली जायेगी।
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