सड़क के बीच आधा काम किया उद्योग विभाग ने, एनएच का है यह हाल
अम्बिकापुर-(दीपक सराठे) नगर से राजधानी की ओर जाने वाली सड़क राष्ट्रीय राज्य मार्ग इस बरसात में एक बार फिर लक्ष्मीपुर के रहवासियों के लिये मुसीबत का कारण बन जायेगी। साल भर बीतने के बाद भी वहां नाली नहीं बन पाने के कारण सड़क टूटना व उनमें बड़े-बड़े गड्डे होने से इंकार नहीं किया जा सकता। निकासी के लिये उद्योग विभाग द्वारा आधी-अधूरी नाली बना दी गई और आधी सड़क में पाईप डालकर छोड़ दिया गया। आलम यह है कि सड़क के बीच गड्डे बनना प्रारंभ हो रहे हैं। बरसात के दिनों में क्या हाल होगा इसका अंदाजा पहले से ही लगाया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार नगर निगम क्षेत्र स्थित लक्ष्मीपुर राजधानी मुख्य मार्ग में प्रतिवर्ष बड़े-बड़े गड्डे बारिश के दौरान बन जाते हैं। गत वर्ष लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर स्थिति का मुआयना किया था। वहां नाली एवं पाईप, पुलिया का कार्य स्वीकृत किये जाने के बाद भी आज पर्यंत तक कोई कार्य प्रारंभ नहीं हो सका। दूसरी तरफ मठपारा की ओर बने उद्योग इलाके की नाली से निकासी उसी मार्ग पर कर दी गई है। आधी-अधूरी नाली बनाकर उद्योग विभाग ने और ज्यादा मुसीबत खड़ी कर दी है। अभी से ही सड़क में गड्डे बनना शुरू हो गया है। बरसात के दिनो में इस मार्ग पर बड़े-बड़े गड्डो व कीचड़ होना तय है। बरसात पूर्व अगर नाली निर्माण का कार्य पूरा नहीं हुआ और उसकी निकासी की व्यवस्था नहीं की गई तो वहां के रहवासियों के लिये जीना दुभर हो जायेगा। कीचड़ के कारण लोग घर से बाहर भी नहीं निकल पाते हैं।
मार्ग की हालत हो रही दयनीय-
राष्ट्रीय राज्य मार्ग की हालत दिनों दिन दयनीय होती जा रही है। लक्ष्मीपुर स्थित राजधानी की ओर जाने वाली मुख्य मार्ग में उद्योग विभाग व लोक निर्माण विभाग की लेटलतीफी के कारण मार्ग में गड्डों के अलावा धूल भी उड़ रही है। इस मार्ग पर गड्डे के कारण रात के समय अकसर बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।
सुराज अभियान में भी दी थी शिकायत
लक्ष्मीपुर के रहवासियों ने नगर सुराज अभियान में लगाये गये शिविर में भी इस परेशानी की शिकायत की थी। रहवासियों की मांग थी कि बरसात से पूर्व नाली निर्माण का कार्य पूरा किया जाये, परंतु अभी तक आधी-अधूरी व्यवस्था होने के कारण मुसीबत खत्म नहीं हुई है। बरसात के मौसम में ऐसी ही स्थिति रही तो एनएच की हालत तो खस्ता होगी ही, लोगों के घर के सामने भी पानी भरना तय है।