जीवनदायिनी नर्मदा नदी की धार को समृद्ध करने के लिये दोनों तट पर पौधों का रोपण कर हरियाली से समृद्ध करने के लिये 5 जून से 20 जून तक पेड़ लगाओ यात्रा का शुभारंभ होगा। आगामी दो जुलाई को समाज के सभी वर्ग के लोग मिलकर 6 करोड़ पौधों का रोपण कर उनकी रक्षा का संकल्प लेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह जानकारी आज यहाँ मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित नर्मदा सेवा यात्रा में उत्कृष्ट योगदान करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों के सम्मान समोराह में दी।
श्री चौहान ने 11 दिसम्बर 2016 को अमरकंटक से नर्मदा सेवा यात्रा के प्रारंभ और 15 मई 2017 को अमरकंटक में समापन से जुडी स्मृतियों को साझा किया। उन्होंने कहा कि यह अदभुत यात्रा थी। पाँच माह की छोटी सी पहल ने विश्व के सबसे बडे़ नदी संरक्षण अभियान का रूप ले लिया। उन्होने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल सभी लोगों का नर्मदा परिवार बन गया है। यह परिवार भविष्य में और समृद्ध होगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों का 15 अगस्त को सार्वजनिक रूप से सम्मान किया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की समृद्धि नर्मदा मैया की कृपा से है। उन्होंने जन-अभियान परिषद, नर्मदा सेवा यात्रा वाले 16 जिलों के कलेक्टरों, नर्मदा परिक्रमावासियों, संत समुदाय, मीडिया और नर्मदा भक्तों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नर्मदा मैया का जीवन बचाने के लिये नर्मदा सेवा मिशन बनाया गया है जो निरंतर काम करेगा। रेत का खनन पूरी तरह रोक दिया गया है। वैज्ञानिक खनन होगा। अब रेत खनन में ठेकेदारी नहीं होगी। रेत खनन का काम महिलाओं, मजदूरों के स्व-सहायता समूह, गरीब व्यक्ति, मजदूर करेंगे। इससे होने वाले लाभ में उनकी हिस्सेदारी होगी।
मध्यप्रदेश गौ-संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद ने नर्मदा सेवा यात्रा के अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह यात्रा स्वर्णिम मध्यप्रदेश की आधारशिला है। वन मंत्री डा. गौरीशंकर शेजवार, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष प्रदीप पांडे, वी.डी. शर्मा, डॉ. जामदार ने यात्रा को अनूठी, अ-विस्मरणीय एवं ऐतिहासिक बताते हुये अपने अनुभव सुनाये। मुख्यमंत्री ने नब्बे वर्षीय परिक्रमावासी माई का स्वागत किया। उन्होंने नर्मदा मैया की स्तुति में बनाये गये म्यूजिक वीडियो का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान, अमरकंटक, मंडला, डिंडोरी, नरसिंहपुर, सिवनी, जबलपुर, खंडवा, अलीराजपुर, बडवानी, देवास, सीहोर, रायसेन आदि जिलों से नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल हुए नर्मदा सेवक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।