मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने नवी मुंबई वाशी में मध्यप्रदेश भवन मध्यालोक के निर्माण कार्य का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने आशा व्यक्त की कि मध्यालोक का उपयोग मध्यप्रदेश शासन के अतिथियों तथा विभिन्न-गतिविधियों के लिये किया जायेगा।
नवी मुंबई वाशी के सेक्टर 30 ए, में मध्यप्रेदश शासन के अतिथि गृह का निर्माण कार्य लगभग पूरा होने जा रहा है। इससे मुंबई में मध्यप्रदेश के अतिथियों, जन-प्रतिनिधियों, अधिकारियों तथा इलाज के लिये आने वाले मरीजों के लिये आवास तथा विश्राम की संपूर्ण व्यवस्था हो सकेगी। मध्यालोक का निर्माण सितम्बर 2013 में शुरू किया गया था। इसका कुल क्षेत्रफल 3879 वर्ग मीटर है तथा इसमें लगभग 30 कक्ष रहेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान कहा कि भवन निर्माण पूरा होने के पश्चात मुंबई स्थित मध्यप्रदेश शासन के सभी कार्यालय जैसे मध्यप्रदेश सूचना केन्द्र, मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, मध्यप्रेदश हस्तशिल्प विकास निगम का एम्पोरियम, मध्यालोक में समाहित किये जायेंगे। मध्यप्रदेश से संबद्ध सभी जानकारी एक ही जगह उपलब्ध हो सकेगी। इससे मध्यप्रदेश के सभी कार्यालयों में आपस में बेहतर समन्वय स्थापित हो सकेगा, जिसका लाभ शासन के साथ आम-जन को भी प्राप्त हो सकेगा। उन्होंने कहा कि मध्यालोक बहुत ही उपयोगी और लाभप्रद सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुंबई प्रवास में स्थानीय पत्रकारों से भी अनौपचारिक भेंट की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के 3 साल पूर्ण होने के साथ अनेक महत्वपूर्ण रिकार्ड भी स्थापित हुए हैं। जनता एक नई ऊर्जा का अनुभव कर रही है। नर्मदा सेवा यात्रा के संदर्भ में उन्होंने कहा कि कल्पना के परे नर्मदा परिक्रमा में जन-भगीदारी तथा स्थानीय लोगों का स्व-स्फूर्त सहयोग देखकर वे बहुत अचंभित हैं और विश्वास है कि नर्मदा मिशन द्वारा उठाये गये 12 मुद्दों की संकल्पना अवश्य पूरी होगी। नर्मदा संरक्षण के लिए लगभग 6 करोड़ वृक्षारोपण 2 जुलाई 2017 को नर्मदा के दोनों किनारों पर जन-भागीदारी और स्थानीय सहयोग से किया जायेगा। उन्होंने मुंबईवासियों और पत्रकारों से अपेक्षा की है कि वे भी वृक्षारोपण के कार्यक्रम में शामिल हो और स्वयं आकर अनुभव करें।
मुख्यमंत्री ने मध्यालोक संबंधी प्रत्यक्षिका भी देखी। साथही संपूर्ण भवन का निरीक्षण कर अपने सुझाव भी दिये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एस.के. मिश्रा, मध्यप्रदेश भवन दिल्ली और मुंबई के आवासीय आयुक्त आशीष श्रीवास्तव के साथ राज्य शासन मुंबई के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे