- स्कूल परिसर में नीम की छांव में लगी डॉ. रमन की चौपाल
- शिक्षा गुणवत्ता और महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता की तारीफ
- जम्हारी-सरायपाली सड़क उन्नयन की घोषणा
- गांव में सी.सी.रोड और मुक्तिधाम के शेड निर्माण का ऐलान
- सामुदायिक भवन के लिए पांच लाख रूपए तुरन्त मंजूर
- लिमऊगुड़ा के किसानों को जम्हारी के उपार्जन केन्द्र में मिलेगी धान बेचने की सुविधा
महासमुंद
प्रदेशव्यापी लोकसुराज अभियान के तहत मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज सवेरे राजधानी रायपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर अचानक महासमुंद जिले के ग्राम जम्हारी (विकासखंड सरायपाली) में उतरे। मुख्यमंत्री ने गांव के स्कूल परिसर में चौपाल लगायी। इस परिसर में प्राथमिक, मिडिल और हाईस्कूल का संचालन हो रहा है। नीम के पेड़ के छांव में लगी चौपाल में स्थानीय स्कूली बच्चों और शिक्षकों सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
डॉ. रमन सिंह ने वहां प्राथमिक और मिडिल स्कूल के बालक-बालिकाओं के साथ बैठकर मध्यान्ह भोजन भी किया। उन्होंने मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता की भी तारीफ की और इसके लिए वहां के पांच रसोईयों को कुल एक हजार रूपए का पुरस्कार भी दिया। चौपाल में मुख्यमंत्री ने छठवीं कक्षा के बच्चों को अपने पास बुलाकर 18 और 19 का पहाड़ा पूछा। बच्चों ने धारा प्रवाह पहाड़ा सुना दिया। इस पर मुख्यमंत्री खुश हुए और उन्होंने बच्चों को चाकलेट के साथ शाबाशी दी। डॉ. रमन सिंह ने जम्हारी के स्कूल में शिक्षा की गुणवत्ता को काफी संतोषप्रद और सराहनीय बताया। उन्होंने ने इसके लिए स्थानीय शिक्षकों और ग्रामीणों की भी तारीफ की। डॉ. सिंह ने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे इसी तरह आगे भी गांव की नई पीढ़ी के प्रति अपने कर्तव्यों का गंभीरता से पालन करते रहें। उन्होंने स्थानीय महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता (ए.एन.एम.) के कामकाज की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा-यह अच्छी बात है कि महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता यहां रहकर शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव करवाया है। इस गांव में सभी गर्भवती महिलाओं का सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराया जाना निश्चित रूप से अन्य गांवों के लिए अनुकरणीय है।
मुख्यमंत्री ने जम्हारी की चौपाल में ग्रामीणों के आग्रह पर जम्हारी से विकासखंड मुख्यालय सरायपाली तक लगभग 15 किलोमीटर मरम्मत और उन्नयन कार्य, स्थानीय मुक्तिधाम में शेड निर्माण, जम्हारी में 400 मीटर सीमेंट कांक्रीट सड़क निर्माण की मंजूरी देने की घोषणा की। डॉ. सिंह ने वहां सामुदायिक भवन निर्माण के लिए पांच लाख रूपए की स्वीकृति भी तुरन्त प्रदान कर दी। उन्होंने जम्हारी ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम लिमऊगुड़ा के किसानों के अनुरोध पर जम्हारी के धान उपार्जन केन्द्र में उन्हें भी धान बेचने की सुविधा देने का ऐलान किया। किसानों का कहना था कि वर्तमान में उन्हें अपना धान बेचने के लिए लगभग 15 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद अब उनकी यह समस्या दूर हो जाएगी। डॉ. रमन सिंह के साथ मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड भी चौपाल में उपस्थित थे।