26 सौ बंदियो की स्वास्थ परीक्षण मे आए सामने,
स्वास्थ विभाग ने लिए सैंपल
अम्बिकापुर (दीपक सराठे)
केन्द्रीय जेल अम्बिकापुर मे क्षय रोग विभाग द्वारा बंदियो के किए गए स्वास्थ परीक्षण मे चौकाने वाला सच सामने आया है। जेल के चार दीवारी के भीतर लगभग 26 सौ बंदी और कैदियो के किए गए स्वास्थ परीक्षण मे लगभग 72 ऐसे बंदी मिले है , जो टीबी जैसी घातक बिमारी को लेकर संदिग्ध पाए गए है। विभाग ने उन सभी संदिग्ध बंदियो का सैंपल लिया है। इसकी जांच के बाद ही यह पता चल सकेगा कि इनमे से किन बंदी व कैदियो को किस स्तर की टीबी की शिकायत है।
जिला क्षय रोग विभाग द्वारा इन दिनो स्थानिय केन्द्रीय जेल मे स्वास्थ शिविर लगाकर बंदियो व कैदियो का स्वास्थ परीक्षण किया जा रहा है । वैसे तो इस प्रकार के शिविर कई बार केन्द्रीय जेल मे आय़ोजित होते रहे है पंरतु क्षय विभाग के इस शिविर मे जो सच्चाई सामने आई है, वह जेल के भीतर स्वास्थ व्यवस्था की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है। जेल के अंदर बंदियो व कैदियो के स्वास्थ का किस तरह से ख्याल रखा जाता है , यह तो पूर्व मे भी कई मामलो से जगजाहिर हो चुका है। जेल के अंदर किस स्तर कि स्वास्थ व्यवस्था वहां कि चार दिवारी मे चल रही है , इस पर कई सवाल पहले भी खडे हो चुके है। स्थानिय केन्द्रीय जेल की बात करे तो यहां अभी भी सर्वाधिक कैदी व बंदी खून की कमी से जूझ रहे है। क्षय विभाग द्वारा आय़ोजित शिविर से जो सच्चाई सामने आई है, उससे बंदियो की स्वास्थ व्यवस्था को तार तार कर दिया है। क्षय विभाग ने ये खुलासा किया है कि स्थानिय केन्द्रीय जेल मे 26 दिसंबर को लगभग 26 सौ बंदियो व कैदियो का स्वास्थ परीक्षण उनके द्वारा किया गया। उनमे से 72 बंदी व कैदियो को टीबी जैसी घातक बिमारी के लिए संदिग्ध पाया गया है। उन सभी संदिग्ध कैदी व बंदियो की बलगम का सैंपल लेकर विभाग जांच मे जुटा हुआ है। संभवत: दो तीन दिनो मे विभाग द्वारा यह बात भी सामने आ जाएगी कि उनमे से किन बंदी व कैदियो की रिपोर्ट पाँजटिव है और उन्हे किस स्तर की टीबी कि शिकायत है। वैसे क्षय विभाग के अधिकारियो ने अपनी दबी जुबान मे यह भी संकेत दिया है कि जो बंदी व कैदी संदिग्ध पाए गए है उनमे कई लोगो की टीबी बिमारी काफी घातक हो चुकी है।
हो रही है जांच, डाँ सिन्हा
जिला क्षय विभाग के नोडल अधिकारी डाँ पी.के.सिन्हा ने बताया कि मै फिलहाल शहर से बाहर हूं , हांलाकि केन्द्रीय जेल मे विभाग द्वारा शिविर लगाया गया है। यह बात भी सच है कि वहां टीबी बीमारी के लिए कई संदिग्ध पाए गए है। उन सभी का बलगम लेकर जांच की जा रही है।