नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पांच सौ और हज़ार के पुराने नोट बंद करने के फैसले का विरोध कर रहे विपक्ष पर तीखे हमले किए. उन्होंने इस सिलसिले में पहली बार पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर भी निशाना साधा. बीजेपी संसदीय दल की बैठक में मोदी ने कहा कि नोटबंदी का विरोध करने वाले सभी दलों को जमकर खरी-खोटी सुनाई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर तीखा हमला किया. बीजेपी सांसदों के बीच दिए अपने भाषण में मोदी ने कहा कि इंदिरा गांधी को 1971 में नोटबंदी का फैसला करना था, लेकिन उन्होंने पार्टी हित को देश हित से ऊपर मानते हुए ऐसा नहीं किया.
नरेंद्र मोदी ने इंदिरा गांधी पर ये आरोप 1971 में देश के वित्त सचिव रहे माधव गोडबोले की किताब ‘अनफिनिश्ड इनिंग..रिकलेक्शन एंड रिफ्लेक्शन ऑफ अ सिविल सर्वेंट’ के हवाले से लगाया है. प्रधानमंत्री मोदी ने ये भी कहा कि उनका मकसद सिर्फ नोटों की संख्या कम करना नहीं, बल्कि जीने का तरीका बदलना है, अर्थव्यवस्था को बदलना है.
प्रधानमंत्री मोदी ने छोटे व्यापारियों को ये भरोसा भी दिलाया कि डिजिटल लेन-देन अपनाने के बाद अगर उनका कारोबार पहले से ज्यादा निकलता है, तो उनके पिछले रिकॉर्ड को खंगाला नहीं जाएगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ और कड़े कदम उठाने का एलान करते हुए कहा कि नोटबंदी इस दिशा में उनकी सरकार का पहला कदम है, आखिरी मंजिल नहीं. उन्होंने बीजेपी सांसदों से कहा कि वो कम से कम सात दिन अपने-अपने इलाकों में गुजारें और जनता को सरकार के इस कदम के बारे में जागरूक करें.