लडकियों के शिक्षा के स्तर पर बनाई थी शार्ट फिल्म
अम्बिकापुर- देश दीपक “सचिन”
मैनपाट के बरिमा में रहने वाली मांझी जनजाती की अंजली द्वारा ग्रामीण विकास पर बनाई गई शार्ट फिल्म को हैदराबाद में आयोजित राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में दूसरा स्थान मिला है। मैनपाट में कुपोषण और पिछड़ेपन की गिरफ्त में जा चुके लोगो के लिए अंजली ने ये फिल्म बनाई है जो क्षेत्र और अंजली के लिए बड़ी उपलब्धी के रूप में सामने आया है। दरअसल यूनिसेफ ने सरगुजा के मैनपाट, उदयपुर, बतौली, और अम्बिकापुर विकासखंड में संगवारी खबरिया नाम से एक प्रोजेक्ट चलाया है जिसके तहत पिछड़े हुए वनवासी वर्ग के लोगो के व्यक्तित्व के विकास के लिए विभन्न कार्यक्रम चलाये जा रहे है। इसी प्रोजेक्ट का हिस्सा बनी मैनपाट की अंजली। युनिसेफ ने अंजली और अंजली जैसे कई ड्राप आउट बच्चो को संगवारी खबरिया के माध्यम से दोबारा शिक्षा के साधनों से जोड़ने का काम कर रही है।
इतना ही नहीं यूनिसेफ ने संगवारी खबरिया के माध्यम से इन बच्चो को फोटो और वीडियो के माध्यम से रिपोर्ट तय्यार करने का प्रशिक्षण भी दिया है। जिसके परिणाम स्वरुप संस्था से जुडी अंजली ने हैदराबाद में आयोजित नॅशनल फिल्म फेस्टिवल में दूसरा स्थान प्राप्त कर अपनी संस्था के साथ साथ प्रदेश का भी गौरव बढाया है।
क्या है इस शार्ट फिल्म में
अंजली ने अपनी फिल्म इस विषय पर बनाई है की मैनपाट की लडकिया स्कूल क्यों नहीं जाती। दरअसल अंजली मांझी समुदाय की है जो की कक्षा 8 वीं के बाद ड्राप आउट हो गई। वर्तमान में अंजली यूनिसेफ के माध्यम से 10 की परीक्षा ओपन से दे रही है। लिहाजा अंजली ने अपनी शार्ट फिल्म में अपना और अपने गाँव का दर्द उकेरा है। अंजली की इस फिल्म का टाइटल “एजुकेशन फार आल एक्सेप्ट गर्ल” यानी की “शिक्षा सबके लिए लडकियों के सिवा” अंजली की फिल्म के टाइटल से ही इस फिल्म की गहराई को समझा जा सकता है।
अंजली द्वारा निर्मित शार्ट फिल्म जिस नेशनल फिल्म फेस्टिवल में पुरुस्कृत हुई है वहा देश भर से ऐसी 8 फिल्मो को सेलेक्ट किया गया था जिसमे अंजली की फिल को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। अंजली की इस फिल्म को केन्द्रीय मंत्री रमेश चंदाप्पा ने 25 नवम्बर को सम्मानित किया और प्रमाण पात्र के साथ उसे दस हजार रुपये की नगद राशी से भी पुरुष्कृत किया गया।
मनोज भारती संचालक संगवारी खबरिया
अंजली की फिल्म को अवार्ड मिलने पर संस्था के संचालक मनोज भारती ने खुशी जाहिर करते हुए कहा की अंजली को अवार्ड मिलने से अंजली जैसे सभी बच्चो को प्रोत्साहन मिलेगा, संगवारी खबरिया इसे बच्चो को प्रशिक्षित करता है जो पढ़ाई छोड़ चुके है। इसके अलावा बाल अधिकार को भी बढ़ावा मिलने की बात इन्होने कही।