कांग्रेस की कथनी और करनी बनी नाराजगी का कारण…
सरकार ने अल्पसंख्यको के विकास मे उठाए सराहनीय कमद….
अंबिकापुर-(खबरपथ)- अविभाजित सरगुजा जिले मे अल्पसंख्यक समुदाय भारतीय जनता पार्टी की ओर जबरदस्त आकर्षित हो रहे है, या फिर कहे कांग्रेस से इनका मोह भंग हो रहा है,, हांलाकि भाजपा ने भी अविभाजित सरगुजा जिले के आठो विधानसभा मे अल्पसंख्यको के विकास के लिए अब तक जो कार्य किए है, वो समुदाय के लिए काफी महत्वूपूर्ण माना जा रहा है ।
अल्प संख्यक समुदाय मे खासकर मुसलिम समुदाय के विकास के लिए रमन सरकार ने पिछले दल वर्षो मे जो कदम उठाए है,, वो उनका ऐतहासिक कार्य कर रहा है ,, मदरसो के आधुनिकीकरण और बुनियादी ढांचे का मूर्त रुप देने की बात हो या फिर फिर उनके मदरसो को कंप्युटरीकृत करने और छात्रवृति से जुडा मुद्दा हो ,, हर पहलुओ पर प्रदेश सरकार ने अपनी नजरे ईनायत की है ,, वही दूसरी ओर कब्रिस्तान के लिए जमीन आबंटन और ईदगाह के बाउंड्रीवाल के लिए राशि की कोई कमी आज तक नही होने दी है,, साथ ही रोजगार के हर अवसर मुहैया कराए है,, आज मुस्लिम समुदाय के युवा हर शासकीय कार्यालयो मे कार्यरत है,, जो सरकार की पारदर्शिता को स्पष्ट करता है ,, यही कारण है कि अविभाजित सरगुजा जिले के बलरामपुर ,सूरजपुर और अंबिकापुर मे पहली बार मुस्लिम समुदाय की सदस्यता परहेज नही कर रहे है,, दूसरी ओर भाजपा के पदाधिकारी भी उनके आने का स्वागत कर रहे है,, भाजपा के द्ववारा मुस्लिम समुदाय के युवाओ को पार्टी के अच्छे पदो पर नियुक्त भी किया जा रहा है,, जिससे आम मुस्लिम इस बात को समझने लगे है कि ये राष्ट्रीय पार्टी भी मुस्लिम हितो को समझती है, और उनके हित का ख्याल रखती है,।
हाल के दिनो की बात करे तो अंबिकापुर, लुण्ड्रा ,सनावल ,सामरी ,राजपुर , और सूरजपुर के सैकडो मुस्लिम युवाओ ने भाजपा का दामन थाम कांग्रेस का साथ छोड दिया है। आम मुस्लिम युवाओ की माने तो अविभाजित सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी हो या ब्लाक कांग्रेस कमेटी मे कभी भी मुस्लिम समुदाय के लोगो को कभी कोई जिम्मेदार पद नही दिया गया,, बल्कि हमेशा उनका तिरस्कार किया गया , ऐसे मे अब कांग्रेस की कथनी और करनी को आम मुस्लिम समझ चुका है, इसके कारण ही वे कांग्रेस को छोडना बेहतर समढ रहे है,, वंही सरगुजा कांग्रेस मे वंशवाद के हावी होने के कारण उन्हे भविष्य नही दिखाई दे रहा है,, और भविष्य मे बेहतरी का चाहत लिए समुदाय के खासकर युवा भाजपा मे शामिल होते जा रहे है।
सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी की बात करे तो यंहा अल्पसंख्यको को दरकिनार कर दिया गया है,, जिला कांग्रेस कमेटी मे एक भी मुस्लिम पदाधकारी व सक्रिय सदस्य नही है,, वही ब्लाक स्तर पर एक्का दुक्का ही चेहरो को सामने लाया गया है, जिसे लेकर अंबिकापुर के मुस्लिम समुदाय मे अंदर ही अंदर काफी नाराजगी भी है,, जिसका परिणाम आगामी विधानसभा चुनाव मे देखने को भी मिल सकता है। हांलाकि मुस्लिम समुदाय के बीच कांग्रेस का जनाधार कुछ वर्षो पूर्व ही कम होना शुरु हो गया था,, वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव की बात हो या फिर उसके बाद हुए लोकसभा और निगम चुनाव की बात हो ,, सभी चुनाव मे मुस्लिम मतदाताओ ने भाजपा का अपनी पहली पंसद बताया था,, लेकिन इस बार तो वो खुल कर भाजपा को समर्थन दे रहे है, ऐसे मे कांग्रेस की वोट बैंक की पालिसी आने वाले समय मे नजर ही नही आएगी।