अमितेष पाण्डेय
अम्बिकापुर(खबरपथ) –शहर के मुकुट कहे जाने वाले महामाया पहाङ में स्थित ओरियंटल पब्लिक स्कूल प्रबंधक द्वारा स्कूल क्षेत्र का विस्तार करते हुए वन विभाग सहित राजस्व की भूमि में अतिक्रमण करने की शिकायत लंबे समय से प्रकाश मे आ रही थी। और प्रशासन की नाक के नीचे कई वर्षो से अवैध कब्जे मे संचालित इस स्कूल ने शासकीय मशीनरी का दोहन कर इस स्कूल ने जिले मे उच्च स्तरीय संस्था का दर्जा पा लिया था। इधर कई शिकायतो के बाद इस बात की जांच अब से एक साल पूर्व जुलाई 2012 मे अंबिकापुर के तात्कालिक एसडीएम तीर्थराज अग्रवाल और तहसीलदार बालेश्वर राम समेत वन अमले ने की थी,, और मामले सही पाने के बाद एक सप्ताह मे कारवाही का आश्वासन दिया था,, लेकिन अधिकारी तो चले गए,, पर स्कूल की प्रबंधन की मनमानी अब भी जारी है।
गौरतलब है कि शहर की सुंदरता को बढाने वाले इस पहाड के अन्य हिस्सो मे लंबे समय से भू-माफियाओ की नजर है। और धीरे धीरे ये पहाड अवैध कब्जेधारियो का महफूज ठिकाने के रुप मे विकसित हो रहा है,,औऱ वन संपदा को नुकसान पंहुचा अवैध कब्जाधारी पहाड पर अपनी सूकूनत की तलाश मे जुटे हुए है । तो प्रशासन शहर के भीतर की शासकीय भूमि पर कब्जा करने वाले लोगो पर एक दो कारवाही करके अपनी पीठ थपथपा रहा है।
सूत्रो के मुताबिक पिछले डेढ दशक से भी ज्यादा समय से संचालिच ओपीएस स्कूल प्रबंधन ने पहाड काट कर अपने क्षेत्र क विस्तार क्षेत्र बढाने मे कभी हडबडी नही की,,बल्कि इस काम को धीरे धीरे अंजाम दिया। ताकि इसकी भनक लोगो को ना लगे। हांलाकि एक साल पूर्व शिकायतो के आधार पर कारवाही करने पंहुते, तात्कालिक एसडीएम के दल ने कोई कारवाही तो नही कि ,,लेकिन सुनने मे ऐसा आया कि मामला एक बार फिर रमक के बोझ तले दब गया,, और अवैध उत्खन्न कर स्कूल का विस्तार अब भी जारी है ।