[highlight color=”black”]अम्बिकापुर[/highlight][highlight color=”red”] देश दीपक “सचिन”[/highlight]
प्रदेश के अन्य हिस्सो सहित सरगुजा जिले में भी कंप्यूटर आपरेटरों के आभाव में ग्राम पंचायतो के काम प्रभावित हो रहा है। ग्राम पंचायतो में डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने के उद्देश्य से कम्यूटर आपरेटरों की अंशकालीन भर्ती की गई थी । लेकिन राज्य सरकार ने कुछ समय पहले सभी कम्यूटर आपरेटरों को काम से निकाल दिया है , जिसके बाद से जिले के अधिकांश कंप्यूटरीकृत पंचायतो मे कंप्यूटर से ना ही कुछ काम हो रहा है और ना ही इस काम को करने वाले आपरेटरो की नियुक्ति हो रही है।
पंचायतो को डिजिटल बनाने के उद्देश्य से सरगुजा जिला के 246 ग्राम पंचायत को कुछ वर्ष पहले पूर्ण रुप से कंप्यूटरीकृत किया गया था। जिसमे कंप्यूटर और आपरेटर दोनो की मौजूदगी थी लेकिन कंप्यूटर के काम पूरी तरह शुरु ही नही हो पाया था कि अंश कालीन कंप्यूटर आपरेटरो को उनके कर्तव्य से हटा दिया गया। जिसके बाद से एक तरफ आपरेटर फिर से नौकरी की मांग कर रहे है तो वही पंचायतो मे लगे कंप्यूटर कक्ष में या तो धूल खा रहे है या फिर मरम्मत का इंजतार कर रहे है। लेकिन इन सभी 246 ग्राम पंचायतो मे आपरेटर और कंप्यूटर की चिंता करने वाले पंचायत विभाग कुंभकरणीय नींद मे सो रहा है। जिससे ग्रामीणो को आज भी अपने बी-1 ,खसरा, नक्सा और जाति आय प्रमाण पत्र के साथ कई जरुरी कामो के लिए जिला मुख्यालय या फिर ब्लाक मुख्यालय के चक्कर काटना पड रहा है।
[highlight color=”blue”]पंचायतो की असल तस्वीर[/highlight]
इस मसले की जब असल तस्वीर लेने जब हम सरगुजा के सांसद आदर्श ग्राम करम्हा पहुचे तो तो वंहा के पंचायत भवन के अन्य कमरो के साथ कंप्यूटर कक्ष मे भी ताला लगा मिला । इसके बाद जब हम जिले के ग्राम पंचायत सोनपुर कला के पंचायत भवन पंहुचे तो वंहा भी ताला जडा हुआ था । बड़ी मुश्किलों के बाद जब हम ग्राम रनपुर खुर्द पंहुचे तो वंहा के बंद पडे पंचायत की महिला सरपंच नीलू पैकरा के पति ने पंचायत भवन ताला खोला ।
[highlight color=”blue”]कक्ष की क्या दुर्दशा है[/highlight]
कंप्यूटरो में धूल लगी हुई है सरपंच पति ने बंद पड़े कंप्यूटर को आलमारी से निकाल कर हमारे ही सामने टेबल पर रख दिया और बताया की यह खराब है इसलिए आलमारी मे रख दिया है गौरतलब है की जिन भी पंचायतो मे हमने इस मसले की पडताल की उन उन पंचायतो के पंचायत सचिव नदारद पाए गए और उनका मोबाइल भी कवरेज से बाहर मिला । लिहाजा सरपंच और ग्रामीणों ने बताया की पहले कंप्यूटर आपरेटर रखा गया था लेकिन शासन के आदेश के बाद उसे काम से निकाल दिया गया है,, आपरेटर ना होने से काम कराने शहर जाना होता है जिससे दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । स्थानीय लोगो ने यह भी बताया की सभी सचिव संभाग मुख्यालय में ही निवास करते है । लिहाजा इन परिस्थितयो में डिजटल इंडिया के सपने देखना बेमानी साबित हो रहा है ।
[highlight color=”red”]नीलू पैकरा….सरपंच ग्राम..रनपुर खुर्द[/highlight]
रनपुर खुर्द ग्राम पंचायत की महिला सरपंच ने कहा है की कंप्यूटर आपरेटर पहले था लेकिन अब उसे काम से निकाल दिया गया है, और कंप्यूटर भी खराब पडा है जिस कारण कंप्यूटर के काम के लिए शहर जाना पड़ता है जिससे दिक्कतों का सामना करना पड़ता है,, सरपंच ने शासन से कंप्यूटर आपरेटर की नियुक्ति की मांग की है,,
[highlight color=”blue”]आर.एक्का. सीईओ जिला पंचायत सरगुजा[/highlight]
जिले के सभी पंचायतो में तो नहीं लेकिन 246 ग्राम पंचायतो में कंप्यूटर लगाए गए थे जिनकी मरम्मत के लिये सभी जनपद पंचायत के सीईओ को बोल दिया गया है,, श्री एक्का ने यह भी कहा की जहा तक बात आपरेटर की है तो आपरेटर की क्या जरुरत है,, आपको हमको कंप्यूटर सीखना चाहिए, हम अपने पंचायत सचिवों को कंप्यूटर चलाने का प्रशिक्षण देंगे,,