भगवान शिव अनादि व अनन्त हैं अर्थात न तो कोई भगवान शिव के प्रारंभ के बारे में जानता है और न ही कोई अंत के बारे में। इसलिए इन्हें अजन्मा और अनश्वर भी कहते हैं। भगवान शिव का स्वरूप जितना रहस्यमय है, वे उतने ही सरल भी हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव सिर्फ एक लोटा जल चढ़ाने से भी प्रसन्न हो जाते हैं। महादेव को प्रसन्न करने का रामबाण उपाय है रुद्राभिषेक। ज्योतिष के जानकारों की मानें तो सही समय पर रुद्राभिषेक करके आप शिव से मनचाहा वरदान पा सकते हैं क्योंकि शिव जी के रुद्र रूप को अभिषेक बहुत प्रिय है।
[highlight color=”red”]रुद्राभिषेक की महिमा [/highlight]
भोलेनाथ सबसे सरल उपासना से भी प्रसन्न होते हैं लेकिन रुद्राभिषेक उन्हें सबसे ज्यादा प्रिय है। कहते हैं कि रुद्राभिषेक से शिव जी को प्रसन्न करके आप असंभव को भी संभव करने की शक्ति पा सकते हैं।
– रुद्र भगवान शिव का ही प्रचंड रूप हैं।
– शिव जी की कृपा से सारे ग्रह बाधाओं और सारी समस्याओं का नाश होता है।
– शिवलिंग पर मंत्रों के साथ विशेष चीजें अर्पित करना ही रुद्राभिषेक कहा जाता है।
– रुद्राभिषेक में शुक्ल यजुर्वेद के रुद्राष्टाध्यायी के मंत्रों का पाठ करते हैं।
– सावन में रुद्राभिषेक करना ज्यादा शुभ होता है।
– रुद्राभिषेक करने से मनोकामनाएं जल्दी पूरी होती हैं।
– रुद्राभिषेक कोई भी कष्ट या ग्रहों की पीड़ा दूर करने का सबसे उत्तम उपाय है।