
सूरजपुर। सहकारी समितियों में संविदा नियुक्ति के नाम पर रिश्वत मांगने का गंभीर मामला सामने आया है। एसीबी अम्बिकापुर की टीम ने नियुक्ति आदेश जारी करने के एवज में 40 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए सहकारी निरीक्षक अभिषेक सोनी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। कार्रवाई मंगलवार रात सूरजपुर स्थित आयुक्त सहकारिता एवं उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं कार्यालय में की गई, जहां आरोपी ने शिकायतकर्ता से रिश्वती रकम ली थी।
मामले की शिकायत ग्राम करसी, तहसील व थाना प्रतापपुर निवासी 25 वर्षीय शुभम जायसवाल ने उप पुलिस अधीक्षक, एसीबी अम्बिकापुर के समक्ष की थी। शुभम जायसवाल ने बताया कि भारत सरकार के राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के तहत जिला सूरजपुर में विभिन्न विकासखंडों में बहुउद्देशीय किसान उत्पादक सहकारी समितियों का गठन किया गया है, जिनमें मुख्य कार्यपालन अधिकारी, प्रबंधक और लेखापाल पदों पर तीन वर्ष की संविदा नियुक्ति होनी थी। इसी प्रक्रिया के तहत उन्होंने मां समलेश्वरी बहुउद्देशीय कृषक उत्पादक सहकारी समिति मर्यादित, टुकुडांड में लेखापाल पद के लिए आवेदन किया था।
प्रार्थी का नाम पात्र सूची में आने के बाद 5 दिसंबर को दक्षता परीक्षण और साक्षात्कार के आदेश जारी किए गए थे, जिसमें उन्होंने दस्तावेज सत्यापन, टाइपिंग टेस्ट और इंटरव्यू दिया। आरोप है कि चयन सूची जारी करने और नियुक्ति आदेश देने के बदले संबंधित प्राधिकृत अधिकारी एवं सहकारी निरीक्षक अभिषेक सोनी ने शुभम जायसवाल से पहले 1.50 लाख रुपये रिश्वत की मांग की। बातचीत के बाद सौदा एक लाख रुपये और फिर 80 हजार रुपये पर आया। अंततः आरोपी ने तत्काल 40 हजार रुपये देने और शेष 40 हजार रुपये बाद में देने पर सहमति जताई, साथ ही रकम नहीं देने पर किसी अन्य के नाम नियुक्ति आदेश जारी करने की धमकी भी दी।
शिकायत के सत्यापन के बाद एसीबी ने जाल बिछाया। तय योजना के अनुसार 17 दिसंबर 2025 की रात करीब 8:25 बजे शुभम जायसवाल 40 हजार रुपये की रिश्वती रकम लेकर सहकारिता कार्यालय पहुंचे और आरोपी को रकम सौंपी। आरोपी ने पैसे लेकर अपने जैकेट की जेब में रख लिए और अगले दिन नियुक्ति आदेश देने की बात कही। इसी दौरान एसीबी अम्बिकापुर की टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सहकारी निरीक्षक अभिषेक सोनी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया।




