जांजगीर चांपा। इन दिनो छत्तीसगढ़ में राहुल गांधी का ड्रीम प्रोजेक्ट संगठन सृजन कांग्रेस को सुर्खियों में ला दिया है. संगठन सृजन के माध्यम से 41 जिलों में जिला अध्यक्षों के चयन को लेकर दिल्ली से आए 17 पर्यवेक्षकों द्वारा अलग-अलग जिलों में जो रायसुमारी की गई उसके बाद हर एक जिले से 6 योग्य व्यक्तियों का पैनल बनाकर हाई कमान को सौंप दिया गया है. हाईकमान दिए गए पैनल के बाद छत्तीसगढ़ के बड़े नेता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रतिपक्ष नेता डॉ चरणदास महंत, पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिह देव सहित ताम्रध्वज साहू को भी दिल्ली तलब किया इनके साथ छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन के प्रभारी सचिव सनपत , विजय जांगिड़ मैडम लेतफलाग को भी दिल्ली हाई कमान ने छत्तीसगढ़ के जिलों की स्थिति जानने के लिए बुलाया था. कांग्रेस पार्टी द्वारा नेताओ से लिए गए फीडबैक मंथन में जिलों मे कौन अध्यक्ष बनेगा यह 30 अक्टूबर तक क्लियर हो जाने की संभावना है किंतु इन संभावनाओं के बीच राजनीतिक गलियारों में कयासों का बाजार थमने का नाम नहीं ले रहा है. सब अपने आप को जिलाध्यक्ष की कुर्सी के करीब मानकर चल रहे है.
जिला जांजगीर चांपा के संदर्भ में देखा जाए तो यहां लगभग 20 लोगों ने जिला अध्यक्ष बनने के लिए आवेदन किया है जिसमे 12 सामान्य वर्ग 5 ओबीसी 2 एससी 1 अल्पसंख्यक शामिल है जबकि जिले सबसे बडी आबादी 60% पिछड़ा वर्ग की है यह जिला ओबीसी बाहुल्य जिले के रूप मे स्थान रखता है. जांजगीर चांपा मे आजादी के बाद अधिकांशत सामान्य वर्ग से अध्यक्ष रहे हैं इस बार ओबीसी से जिला अध्यक्ष बनाने की तैयारी की जा रही है ऐसा प्रतीत होता है यदि ऐसा हुआ तो यहा अनुभवी ऊर्जावान युवा चेहरे पर मोहर लग सकता है. इसके अलावा आवेदन देने वालों में ऐसे बुजुर्ग कांग्रेसी भी हैं जिन्होंने जिला अध्यक्ष व विधायक के रूप में काम किया है. दूसरी ओर समान्य उम्मीदवारों में कई ऐसे उम्मीदवार हैं जिनकी राजनीतिक यात्रा धरना प्रदर्शन आंदोलन से दूर रही है वे अपने आका के चलते नेता बनते रहें किंतु जिस तरह से संगठन सृजन में जमीनी पकड़ रखने वाले जनसरोकारी नेता की खोज खबर ली जा रही है. उससे ऐसा प्रतीत होता है कि हाईकमान के द्वारा जिला अध्यक्ष की घोषणा सबको अचरज में डाल देने वाला होगा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच के ऐसे आवाज को मौका दिया जा सकता है जिसकी प्रसिद्धी कार्यकर्ताओं के दिलों में बसती है।
उदयपुर सम्मेलन मे पारित प्रस्ताव से पूर्व जिलाअध्यक्षों में निराशा…
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अधिवेशन उदयपुर के फार्मूले से पूर्व जिला अध्यक्षों को दोबारा मौका नहीं दिये जाने की चर्चा ने जिला अध्यक्ष रह चुके हैं आवेदक को मायूसी डाल दिया है। इससे अब लग रहा है कि नए युवाओं को भी मौका मिल सकता हैं ।
दिल्ली दरबार में वन टू वन हुई मुलाकात बड़े नेताओं की…
विश्वत सूत्रों से पता चला है कि संगठन सृजन के इस अभियान में छत्तीसगढ़ के बड़े नेताओं को वन टू वन राष्ट्रीय संगठन प्रभारी वेणुगोपाल ने अपनी राय रखने के लिए बुलाया था पता चला है कि बड़े नेता नेताओं को बुलाया और उनकी राय सुनी गई किन्तु पर्यवेक्षको द्वारा भेजी गई नाम पर गोपनीयता से बड़े नेता परेशान है. संगठन सृजन अभियान का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि दिल्ली से आए हुए पर्यवेक्षक को ने किन 6 लोगों का नाम कांग्रेस हाई कमान को दिया है. इसकी जानकारी राज्य के बड़े नेताओं को भी नहीं है. हाई कमान सिर्फ बड़े नेताओं से उनकी अपनी राय मांग रहे हैं और उनके द्वारा कोई नाम हो तो उससे पूछ रहे हैं किंतु हाई कमान की पोटली में किन छह लोगों के नाम शामिल है इसकी जानकारी राज्य के नेताओं को भी नहीं है। और यदि ऐसा है तो यह संगठन सृजन बड़े नेताओं को अचरज में डाल देने वाला चमत्कारिक सृजन होगा इसमें निश्चित तौर पर छत्तीसगढ़ के हर एक काग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच नई क्रांति ऊर्जा का संचार होगा।
