
जांजगीर-चांपा । जिले के ग्राम पंचायत उदेबंद के आश्रित ग्राम देवहरा के किसान इन दिनों गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। किसानों का आरोप है कि गांव में स्थापित की जा रही राइस मिल ने उनकी खेती-किसानी को संकट में डाल दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि मिल प्रबंधन द्वारा दीवार खड़ी कर दिए जाने से बरसाती पानी की निकासी रुक गई है, जिसके चलते खेतों में पानी भर रहा है और फसलें बर्बाद हो रही हैं। मिल संचालक जांजगीर के लिंक रोड में भी एक स्कूल डीबीएम का संचालन करते है.ग्रामीणों की शिकायत पर स्थानीय विधायक व्यास कश्यप ने भी दो बार जिला प्रशासन को पत्र लिखकर समस्या के हल करने की मांग किया है।
किसानों ने बताया कि राइस मिल में पाटे गए राखड़ खेतों में जा रहा है जिससे उनकी उपजाऊ जमीन धीरे-धीरे बंजर होती जा रही है। इस संबंध में उन्होंने 03 अगस्त 2025 को जिला प्रशासन को आवेदन देकर गुहार लगाई थी, साथ ही कलेक्टर और स्थानीय विधायक से भी शिकायत की, लेकिन अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है।
ग्रामीणों का आरोप है कि राइस मिल लगाने वाला व्यक्ति गांव की मुख्य सड़क से लगी कीमती जमीन को भी कब्जा कर अपनी जमीन में शामिल कर रहा है, फिर भी प्रशासन मौन बना हुआ है। किसानों का कहना है कि यह स्थिति उनके लिए बेहद दुखद और चिंताजनक है।
वहीं गांव के उपसरपंच नवधा ने भी आरोप लगाया कि ग्रामीण कई बार प्रशासन को समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन अधिकारियों ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
किसानों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि उनकी समस्या का जल्द समाधान नहीं किया गया तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी खेती और आजीविका दांव पर लगी है, इसलिए वे अब चुप नहीं बैठेंगे।
ग्रामीणों का आरोप है कि शिकायत के बाद अधिकारी तो जांच के नाम पर गांव पहुंचे, लेकिन जांच का झुनझुना पकड़ा कर लौट गए। अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। प्रशासन की उदासीनता से नाराज किसानों में भारी आक्रोश है। आज भारी संख्या में ग्रामीण जनदर्शन में पहुंच कर कलेक्टर से शिकायत करेंगे।