
अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..नवरात्र के पावन अवसर पर सीतापुर नगर समेत क्षेत्र के पंडालों में विराजमान माँ दुर्गा की नौ दिनों तक भक्तिभाव एवं धूमधाम से पूजा अर्चना के बाद नम आंखों से विदाई दी गई। नगर के जयस्तंभ चौक गायत्री मंदिर एवं लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम में स्थापित माँ दुर्गा की प्रतिमा के साथ नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा के दौरान माँ दुर्गा को विदाई देने आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा था। गाजे-बाजे एवं आतिशबाजी के साथ निकली माँ दुर्गा की शोभायात्रा का श्रद्धालुओं द्वारा जगह-जगह स्वागत किया गया।
नगर भ्रमण के दौरान नगरवासियों ने माँ दुर्गा की प्रतिमा पर पुष्पवर्षा करते हुए उन्हें भारी मन से विदा किया। पूरे शहर का भ्रमण करने के बाद तीनों समितियों की शोभायात्रा बारी-बारी से केशला मांड नदी पहुँची। जहाँ श्रद्धालुओं द्वारा पूजा अर्चना के बाद बोझिल मन से माँ दुर्गा की प्रतिमा को मांड नदी में प्रवाहित किया। इस दौरान मांड नदी के तट पर माता को विदाई देने लोगों की भारी भीड़ जमा थी।
मूर्ति विसर्जन के दौरान दिखा अव्यवस्था का आलम, अंधेरा होने की वजह से लोग हुए दुर्घटना के शिकार
मांड नदी में मूर्ति विसर्जन के दौरान प्रशासन की उदासीनता के कारण भारी अव्यवस्था का आलम व्याप्त था। सड़क से नदी तक वाहन ले जाने वाली सड़क की हालत काफी दयनीय थी। जबकि मूर्ति विसर्जन को लेकर प्रशासन द्वारा व्यवस्था चाक चौबंद होना चाहिए था, ताकि कोई हादसा न हो। इसके बावजूद मांड नदी के पास विसर्जन को लेकर कोई तैयारी नही थी।
पिछले वर्षों में नगर पंचायत द्वारा वहाँ रोशनी की व्यवस्था की जाती थी। इस बार नगर पंचायत ने भी मुँह फेर लिया था। जिसकी वजह से घाट पर अंधेरा होने के कारण कई लोग दुर्घटना के शिकार हो गए। दरअसल, जहाँ प्रतिमा का विसर्जन किया जा रहा था, वहाँ काई जमा हुआ था। अंधेरा होने की वजह से लोग देख नही पाए और उसकी चपेट में आकर दुर्घटना के शिकार हो गए। मूर्ति विसर्जन के दौरान प्रशासन और नगर पंचायत की लापरवाही की वजह से लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त था।