
महासमुंद। जिले के पिथौरा वन परिक्षेत्र में लगातार वन्य प्राणियों के शिकार की शिकायतों के बीच वन विभाग को बड़ी सफलता मिली है। हिरण के शिकार का मामला सामने आया, जब आरोपी शिकार के मांस का बंटवारा कर रहे थे। मुखबिर से मिली सूचना पर वन विभाग की टीम ने दबिश देकर पांच आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के अनुसार, ग्राम गिरना और छिंदौली में एक साथ कार्रवाई की गई। परिक्षेत्र अधिकारी पिथौरा के नेतृत्व में आरोपी भोला खड़िया के घर की तलाशी में 6.500 किलो हिरण का मांस बरामद हुआ। इसके अलावा 5.250 किलो जीआई तार और बांस की खूंटी भी जब्त की गई, जिनका उपयोग शिकार में किया गया था।
गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उन्हें 9 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। सभी पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 50, 34, 44 और 51 के तहत कार्रवाई की गई है।
वन मंडलाधिकारी मयंक पांडे ने बताया कि जिले के दूरस्थ इलाकों में अवैध शिकार की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। इसके चलते मुखबिर तैनात किया गया था और उसी के जरिए हिरण शिकार का खुलासा हुआ। उन्होंने कहा कि वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए अवैध शिकारियों पर लगातार सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
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