देव स्थल बच्छराज कुंवर में आई बाढ़ ….सैकड़ो लोग फंसे दुकाने बही : देखिये वीडियो

  • बच्छराज कुंवर धाम में आई बाढ़
  • सैकड़ो लोग फंसे, कोई हताहत नही

बलरामपुर ( मितेश केशरी) 

बलरामपुर के बच्छराज कुंवर नामक प्रसिद्द देव स्थल मे आज आई भीषण बाढ ने तहस नहस कर दिया। दो नदियो से घिरे इस स्थान के आस पास हुई भीषण बारिश की वजह से दोनो नदिया उफान पर थी। जिसके कारण यंहा पूजा अर्चना करने वालो के साथ छोटी छोटी दुकान लगाने वाले कई घंटो तक बाढ मे फंसे रहे।

देखिये बाढ़ का वीडियो –

दरअसल सरगुजा के प्रसिद्द देव स्थल मे रविवार और मंगलवार को सरगुजा के बलरामपुर, सूरजपुर जिले के अलावा पडोसी राज्य झारखंड के श्रर्दालुओ का तांता लग रहता है और आज रविवार को हुई मूसलाधार बारिश मे यंहा स्थित मोरन और पहाडी नदी मे बाढ का पानी इतना तेज आया कि वंहा दर्शन के लिए गए सैकडो लोग इस बाढ मे बीचो बीच फंस गए । हालाकि बाद मे पास मे स्थित मानपुर गांव के लोगो और कुछ श्रर्दालुओ की मदद से एक एक करके रस्सी के माध्यम से वंहा फंसे लोगो को बाहर निकाला गया।

बच्छराज कुंवर नाम का ये देवस्थान जंगल और पहाडी के बीच स्थित है , इसी कारण पानी का बहाव इतना तेज आया कि एक तरफ जंहा श्रर्दालु बाढ के बीच फंसे रहे तो वही यंहा प्रसाद और खाने पीने की दुकान लगाने वालो कई लोगो की दुकान भी पानी के साथ बह गई । इस पूरे त्रासदी के बीच बर्तन का व्यापार करने वाला एक व्यापारी अंतिम तक फँसा रहा जिसे काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया वही एक ही ग्रुप मे आए 70 लोगो का समूह और जिला पंचायत सदस्य तारावती सिंह अपने परिवार के साथ इस बाढ मे काफी देर तक फंसी रही । 

 

ट्रस्ट नही समिति संचालित करती है व्यवस्था

बच्छराज कुंवर जैसे प्रसिद्द देव स्थल पर दिनो दिन बढती श्रर्दालुओ की संख्या को देखकर यंहा पर प्रशासनिक रुप से कोई इंतजाम नही किए है। जानकारी के मुताबिक यंहा पर मंदिर मे चढावा से लेकर हर तरह की आमदनी वंहा की एक समिति के पास जाती है। जबकि यंहा पर जिला प्रशासन और वन विभाग द्वारा कई निर्माण कार्य करवाए गए है। उसके बाद भी समिति श्रर्दालुओ के लिए कोई भी व्यवस्था यंहा नही करती है। आम दिनो मे इस देव स्थल पर गंदगी का अंबार होता है औऱ समिति द्वारा सफाई की कोई व्यवस्था नही की जाती है।  बच्छराज कुंवर देव स्थल मे बढती भीढ और लोगो की आस्था को देखते हुए यंहा पर जिला प्रशासन को ट्रस्ट का गठन करवाना चाहिए औऱ अगर ट्रस्ट का गठन हो गया तो निश्चित तौर पर यंहा आने वाले श्रर्दालुओ को इस तरह की त्रासदी और अव्यवस्थाओ के दौर से नही गुजरना पडेगा। गौर करने वाली बात है कि बलरामपुर जिला बने चार वर्ष का समय बीत चुका है लेकिन बलरामपुर जिले मे स्थित कई दर्शनीय और आध्यात्मिक स्थलो पर सुरक्षा और व्यवस्था नाम की कोई चीज नजर नही आती है। इस कारण श्रर्दालु अपने आप को असुरक्षित महशूश करते है।