सैनिक स्कूल अम्बिकापुर में शिक्षक अभिभावक सम्मेलन…

अम्बिकापुर

सैनिक स्कूल अम्बिकापुर में ग्रीष्मावकाश के पश्चात आज 26 जून को शिक्षक अभिभावक सम्मेलन संपन्न हुआ। स्कूल के प्रशासन के लिये गठित स्थानीय प्रशासनिक बोर्ड के सदस्य के रूप में अभिभावक सदस्य का चुनाव भी इसी समय सपंन्न हुआ। अभिभावकों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार स्कूल के छात्रावास में अपने बच्चों को छोड़ा तथा शिक्षकों से मुलाकात की।

प्राचार्य ग्र्रुप कैप्टन तरूण खरे के आगमन के साथ सम्मेलन प्रारंभ हुआ। सर्वप्रथम कैडेट गौरव श्रीवास्तव को श्रद्धंाजली दी गई, तत्पश्चात प्राचार्य ने सैनिक स्कूल अम्बिकापुर के पिछले सत्र के कक्षा 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम से अभिभावकों को अवगत कराया। सैनिक स्कूल के कैडेटों की शिक्षा, रहन-सहन के लिये उठाये जा रहे कदमों के बारे में भी प्राचार्य ने अभिभावकों को अवगत कराया तथा अभिभावकों के सुझावों को भी स्कूल प्रबंधन ने संज्ञान में लिया। प्राचार्य ने उपस्थित अभिभावकों को बताया कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के मेरिट लिस्ट में सम्पूर्ण भारतवर्ष में सैनिक स्कूल अम्बिकापुर के कैडैट खिलानंद साहू ने प्रथम रैंक प्राप्त कर के देश में अम्बिकापुर और छत्तीसगढ़ का परचम लहराया है। साथ ही साथ सैनिक स्कूल अम्बिकापुर के अन्य कैडेटों में उत्कर्ष वर्मा 18वीं, कैडेट आदर्श सिंह 21वीं, कैडेट देवाशीष साहू 81वीं, कैडेट हुशनेश रत्न 178वीं, कैडेट अरमान बाबू सिंह 233वीं, कैडेट सामथ्र्य नाग 353वीं और कैडेट सुधांशु 395वीं रैंक राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त बारहवीं के सीबीएसई की परीक्षा में भी सैनिक स्कूल अम्बिकापुर के कैडेट खिलानंद साहू ने विज्ञान संकाय में पूरे छत्तीसगढ़ में संयुक्त रूप से 96.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है और सैनिक स्कूल का बारहवीं का सीबीएसई परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा है और कुल 53 कैडेटों में से 52 कैडैटों ने प्रथम श्रेणी में सीबीएसई की परीक्षा उत्तीर्ण किया है जिसमें से 09 कैडेटों ने 90 प्रतिशत में से भी ज्यादा अंक प्राप्त कर के जिले का नाम रोशन किया है। अभिभावकों ने अपने बीच से मोहन लाल मिश्रा को अभिभावक सदस्य के रूप में शैक्षणिक सत्र 2016-17 के लिये चुना। प्राचार्य ने निवर्तमान अभिभावक सदस्य गुलशेर खान को उनके सराहनीय सहयोग के लिये धन्यवाद दिया एवं नये चयनित अभिभावक सदस्य को बधाई दी।