प्रतिदिन लगभग 5 हजार श्रद्धालु पहुंच रहे धाम में
बलरामपुर/रामानुजगंज
मितेश केशरी
रामानुजगंज जिले के विकासखण्ड वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत मानपुर में स्थित बाबा बच्छराज कुंवर जिले के सबसे प्रमुख आस्था के केंद्र के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है। मुख्य सड़क से करीब 8 किमी दूरी पर स्थित इस देव धाम में प्रतिदिन 3 से 5 हजार श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिये पहुंच रहे हैं। श्रद्धालु छत्तीसगढ़ के साथ यूपी, बिहार, झारखण्ड कुंवर धाम के भी होते हैं।
गौरतलब है कि बाबा बच्छराज कुंवर धाम ने श्रद्धालु मन्नत मांगने एवं उसके पूरे होने के बाद पशु की बलि दी जाने की परंपरा हैं। यहां वर्षों से ऐसी मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु यहां मन्नत मांगते हैं वह जरूरी पूरी होती है। यहां बाबा बच्छराज कुंवर की प्राचीन पत्थर की मूर्ति की पूजा बैगा द्वारा की जाती है। यहां पूजा करने वाले बैगा जगसाय ने बताया कि कई पुस्तो से हमारे पूर्वज यहां पूजा अर्चना कराते आ रहे हैं। यहां श्रद्धालु नारियल एवं पत्थर से बाबा बच्छराज कुंवर की पूजा करते हैं। पत्थर बाबा बच्छराज कुंवर धाम के नीचे स्थित नाले से ले जाया जाता है।
केरता से करीब 7 किमी अंदर जंगल के रास्ते से बाबा बच्छराज कुंवर धाम जाना पहले रास्ता नहीं होने के कारण श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था, लेकिन वन विभाग द्वारा करीब 37 लाख रूपये की लागत से बने डब्ल्यूबीएम सड़क रपटा सहित बनने से यहां पहुंचना आसान हुआ। बाबा बच्छराज कुंवर समिति एवं प्रशासन के सहयोग से यहां प्रतिक्षालय, शौचालय, स्टापडेम, पानी हेतु 6 बोटिंग सहित अन्य कार्य हुए। वहीं यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिये रेस्ट हाउस का निर्माण भी प्रगति पर है। यहां बाबा बच्छराज कुंवर मंदिर के बगल में भगवान शिव की विशालकाय प्रतिमा विशेष आकर्षण का केंद्र है।
बोरिंग से अपने आप निकलता है पानी
बाबा बच्छराज कुंवर धाम परिसर में 6 बोरिंग कराया गया है। जहां से बिना हैण्डपम्प व समरसिबल के अपने आप 24 घंटे पानी निकलता रहता है।
ऊंचे पहाड़ में रानी सती माता के मंदिर का होगा निर्माण
बाबा बच्छराज कुंवर के दर्शन करने पहुंचने वाले श्रद्धालु यहां दर्शन कर ऊंचे पहाड़ में स्थित रानी सती माता के दर्शन करने जरूर जाते हैं। रानी सती माता तक पहुंचने के लिये 700 सीढियों का निर्माण जन सहयोग से किया जाना प्रस्तावित है।
दुगुने में हुई इस वर्ष निलामी
दिन प्रतिदिन बाबा बच्छराज धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से ईलाज हो रहा है। इसी कारण जहां पिछले वर्ष 9 लाख रूपये में यहां चढने वाले बकरे के मुढी की नीलामी हुई थी, वहीं 20 मई को हुये नीलामी इस वर्ष के लिये 18 लाख रूपये में नीलामी हुई, वहीं फोटो खींचने के लिये 1 लाख 25 हजार रूपये में टेंडर हुआ।
सफाई का नहीं है समुचित प्रबंध
एक ओर यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं, वहीं बाबा बच्छराज कुंवर समिति एवं प्रशासन द्वारा सफाई का उचित प्रबंध नहीं किया गया है, जिस कारण पूरे परिसर में भारी गंदगी फैली रहती है। एक डस्टबीन तक यहां नहीं रखा गया है।