छत्तीसगढ़ का ऐसा गांव जहां पहुचने का रास्ता दूसरे राज्य से

  • शासकीय योजनाओं से कोसो दूर विकासखंड सोनहत के ग्राम बंधउरा के ग्रामीण जी रहे नरकीय जीवन
  • आज तक यहां नही पहुचा शासन का कोई भी अधिकारी, 
  • जिले में राज्य की सीमा से लगे ग्रामों की स्थिती दयनीय 
छत्तीसगढ राज्य सीमा से लौट कर राजन पाण्डेय की रिपोर्ट 
कोरिया
छत्तीसगढ राज्य सीमा पर स्थित सोनहत विकासखंड और कोरिया जिले के सबसे बिहड़ ग्राम बंधउरा में सरकारी योजनाओं ने दम तोड़ दिया है आलम है की ग्राम के लगभग 70 ग्रामीण सड़क बिजली पानी के अलावा शिक्षा स्वास्थ्य सुविधाओं के मुहताज होकर अपनी नियती को कोसने लगे है। बंधउरा के ग्रामीण टेक सिंह तोप सिंह खेलावन सिंह रामसकल समयलाल रामकली मानमति प्रमिला हिरमतिया व अन्य ने जानकारी देते हुए बताया की यहां के लोगों को कलेक्टर कोरिया के आनंदपुर दसेर गोयनी एवं धनपुर जैसे क्षेत्रों में आने की खबर मिली तो उन्हे काफी प्रसन्नता हुई की शायद इस बार उनके ग्राम का भी कुछ उद्धार हो सकेगा लेकिन  उनके उम्मीदों पर पानी फिरता नजरSONHAT 2 आ रहा है रोजगार  के आभाव में ग्राम जनों का बुराहाल है ग्राम जनों का कहना है की आखिर प्रशासन हमारी सुध कब लेगा । ग्रामीणों ने बताया की क्षेत्र में सड़क नाम की कोई चीज है ही नही है  पुल पुलिया का व्यापक स्तर पर आभाव है यहां तक की गांव में लगभग 17 से 18 परिवार है लेकिन ग्राम स्तर पर न तो स्कूल ही है और न ही आंगन बाड़ी इस स्थिती में उनके बच्चों की पढाई पूरी तरीके से भगवान भरोसे है कुछ लोगों के अनुसार ग्राम के कुछ लोग आस पास जाकर मजदूरी अथवा मनरेगा में कार्य किये है लेकिन उनके ग्राम में विकास कार्य होना उनके लिए एक दिब्य स्वपन बन गया है।
मध्यप्रदेश से है रास्ता 
ग्राम बंधउरा विकासखंड मुख्यालय सोनहत से लगभग 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह ग्राम पंचायत आनंदपुर के अंर्तगत स्थित है  ग्राम दसेर से ग्राम बंधउरा की दूरी महज चार से पांच किलोमीटर है लेकिन बीच में पहाड़ एवं पहुच सड़क का आभाव होने के कारण यहां पहुचना बहुत मुशकिल है वर्तमान समय में जिस रास्ते से अवागमन होता है उसके लिए ग्राम दसेर से ग्राम आनंदपुर गोयनी एवं वहां से मध्यप्रदेश राज्य के ग्राम करौटी जाना पड़ता है जिसके बाद पुनः छत्तीसगढ राज्य सीमा में प्रवेश करने के बाद सोनहत विकासखंड के ग्राम कछुवाखोह होते हुए ग्राम बंधउरा पहुचते है।
बारसात में संपर्क कट जाता है
बरसात के दिनों में नदी पर पानी ज्यादा एवं पुल नही होने से ग्राम बंधउरा का छत्तीसगढ राज्य एवं जिला मुख्यालय से सपर्क पूरी तरीके से कट जाता है उक्त स्थिती में कोई चाहे भी तो वहां तक नही पहुच सकता है । ग्राम वासीयों ने बताया की बरसात के समय वो पूरी तरीके से मध्यप्रदेश पर आश्रित होते है। हलाकी मध्यप्रदेश जाने में भी उन्हे भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है । बंधउरा के ग्रामीणों को केन्द्र एवं राज्य सरकार के कई योजनाओं की जानकारी तक नही है नही है।
SONHAT 3ढोंढी के पानी पर आश्रित
ग्राम स्तर पर पेय जल सुविधा एवं अन्य कोई भी मूल भूत सुविधा नही है पीने के पानी के लिए हैंड पंप नही है ग्रामीण पूरी तरीके से ढोढ़ी के पानी पर आश्रित हैं साथ ही किसी भी व्यक्ति के बीमार होने पर तत्काल इलाज का कोई भी विकल्प नही है। गांव में किसी भी व्यक्ति के पास स्मार्ट कार्ड नही है न ही स्वास्थ्य अमला आज तक यहां पर पहुचा है। ग्रामीणों ने बताया की न तो उनके पास इंदिरा आवास है और न ही कृषि कार्य के लिए के सी सी की सुविधा गांव वालों के जिविका का आधार पशुपालन कृषि एवं वनोपज है लेकिन के सी सी की सुविधा नही मिलने से ग्राम वासी न तो धान बेंच पाते है और न ही उन्हे के सी सी ऋण मिल पाता है। ग्रामीणों ने बताया की वो अपनी फसल एवं वनोपज को मध्य प्रदेश की गैर सरकारी मंडी में बेंच कर अपना जीविकोपार्जन करते है।
राशन लेने मीलों का सफर
बंधउरा ग्राम के लोगों का राशन कार्ड जरूर बना है लेकिन यहां के लोगों को राशन लेने के लिए मीलों दूर चल कर अपने पंचायत आनंदपुर आना पड़ता है ग्रामीणों ने बताया की लंबी दूरी तय कर कांधे पर राशन ढो कर लाते है। ग्रामीणों ने यह भी बताया की बरसात के समय में जब नदीयों में पानी ज्यादा रहता है तो ग्रामीण राशन लेने भी नही जा पाते है।
कछुवाखोह की भी यही कहानी 
सोनहत विकासखंड के ग्राम कछुवाखोह की भी यही कहानी है यहां आज तक कोई बड़ा अधिकारी नही पहुचा है। यहां पहुचने के लिए भी मध्यप्रदेश के दो ग्रामों से होकर गुजरना पड़ता है यहा पर यहां भी प्रशासनिक उदासीनता से बदहाली का आलम व्याप्त है ग्रामीणों का कहना है की यहां स्वास्थ्य विभाग के अलावा किसी अधिकारी ने आज तक ग्राम का दौरा नही किया है । हलाकी सोनहत क्षेत्र के पुष्पेन्द्र राजवाड़े एवं लव प्रताप सिंह ने अपने दौरे के बाद जनपद पपचायत के सी ई ओ  को ज्ञापन सौपा था जिसके बाद जिला प्रशासन ने कछुवाखोह में रोजगार गारंटी के तहत रोजगारमूलक कार्यों की स्वीकृति प्रदान किया था लेकिन मूल भूत सुविधाओं के संबंध में आज तक
कोई पहल नही हो पाई है।
पहली बार पहचे जन प्रतिनिधी
ब्लाक क्रांगेस सोनहत के महांमंत्री लवप्रताप सिह एवं पुष्पेन्द्र राजवाड़े ने वनांचल ग्राम बंधउरा का दौरा किया इस दौरान ग्राम वासीयों ने उन्हे अपनी पूरी समस्याओं से अवगत कराया जिस पर लवप्रताप सिह एवं पुष्पेन्द्र राजवाड़े ने ग्रामीणों की समस्याओं को जिला प्रशासन से अवगत कराने की बात करते हुए विकास कार्य कराए जाने की मांग रखने को कहा उल्लेखनीय है की ग्राम कछुवाखोह का दौरा करने वाले भी ये क्षेत्र के पहले प्रतिनिधी थे।
इनका कहना है
हम लोगों ने बंधउरा ग्राम का दौरा किया यहां पर हालात बदतर हो चुके है लगभग 70 लोगों की बस्ती होने के बावजूद ग्राम स्तर पर सड़क बिजली पानी स्वास्थ्य एवं शिक्षा सुविधा नही है। आखिर ये कैसा विकास है शासन प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
लव प्रताप सिंह
महांमंत्री ब्लाक कांग्रेस सोनहत
बंधाउरा ग्राम में रोजगार गारंटी के तहत रोजगार की मांग बहुत है लेकिन कार्य नही मिल रहा है साथ ही सौर उर्जा का समेत स्कूल आदी का आभाव होने के कारण ग्राम वासीयों को काफी परेशानी है जिसके लिए जनपद पंचायत के सी ई ओ साहब को अवगत कराया गया है। साथ ही कलेक्टर कोरिया को भी इस संबंध में मुलाकात कर ज्ञापन सौपा जावेगा।
पुष्पेन्द्र राजवाड़े सामाजिक कार्यकर्ता
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं मिडिया के माध्यम से जानकारी मिली है ग्राम स्तर पर असुविधाओं की जानकारी लेकर तत्काल उचित पहल किया जावेगा।
के एस ध्रुव सी ई ओ सोनहत