
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में दो नन की गिरफ्तारी का मामला सुर्खियों में है. कांग्रेस प्रदेश सरकार को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. वहीं दो नन की गिरफ्तारी के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. अब जमानत याचिका पर बिलासपुर एनआईए कोर्ट में मामले की सुनवाई होनी है.
दरअसल, बीते दिनों ट्रेन से दुर्ग से आगरा जाने के दौरान पुलिस ने दुर्ग रेलवे स्टेशन से दो नन को गिरफ्तार किया था. नन की गिरफ्तारी की वजह ह्यूमन ट्रैफिकिंग में शामिल होना बताया गया था. इधर लोकसभा में यह मुद्दा गूंजने के बाद विपक्ष ने सत्ता पक्ष को घेरने सख्त तेवर अख्तियार कर लिया था. कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने नन की गिरफ्तारी को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्यशैली पर सवालियां निशान लगा दिया था. केरल के मुख्यमंत्री ने भी देश के प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था.
बता दें कि, गिरफ्तार किए गए दोनों नन केरल की है और उनकी गिरफ्तारी का विरोध कांग्रेस कर रही है. कांग्रेस, भाजपा सरकार में अल्पसंख्यकों को जबरन प्रताड़ित करने का आरोप लगा रही है. तो वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ननो की गिरफ्तारी को लेकर कहा था कि ननो के कब्जे से तीन आदिवासी युवतियां बरामद की गई थी. जो बस्तर के नारायणपुर की निवासी थी. जिन्हें बहला फुसलाकर नन अपने साथ आगरा ले जा रही थी.
वहीं दोनों ननो से मिलने कांग्रेस के कई बड़े नेता दुर्ग सेंट्रल जेल पहुंचे थे और ननो के अधिवक्ताओं ने एनआईए कोर्ट में जमानत की अर्जी लगाई थी. अब ननो की जमानत याचिका पर बिलासपुर में एनआईए कोर्ट में आज या कल सुनवाई होनी है.