
जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में सरकारी राशन वितरण प्रणाली को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां गरीबों के निवाले पर ही डाका डाला गया। पूर्वा महिला स्व सहायता समूह की अध्यक्ष और दो विक्रेताओं ने मिलकर शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से चावल, नमक और अन्य खाद्य सामग्री का करीब 42 लाख रुपये का गबन कर डाला।
यह घोटाला बम्हनीडीह ब्लॉक के बिर्रा रोड कोटाड़बरी इलाके में सामने आया है, जहां समूह की अध्यक्ष गंगा बाई खांडेकर ने विक्रेताओं रितेश खांडेकर और रामेश्वर खांडेकर के साथ मिलकर ये कारनामा अंजाम दिया। गंगा बाई दो राशन दुकानों का संचालन कर रही थी और इन्हीं दुकानों से लगातार राशन सामग्री की हेराफेरी की जाती रही।
डीएसपी कविता ठाकुर ने बताया कि इस संबंध में 4 मई को रिपोर्ट दर्ज की गई थी। जांच के बाद तीनों को हिरासत में लिया गया, जहां पूछताछ में आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 318(4), 316(5), 3(5) BNS और आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3 व 7 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस घोटाले में सूरज यादव नामक एक और व्यक्ति की भी गिरफ्तारी की गई है, जिसकी भूमिका की जांच की जा रही है।