
कवर्धा। कबीरधाम जिले के पंडरिया ब्लॉक में हिरण के नन्हे बच्चे की बेरहमी से हत्या करने वाले तीन शिकारियों को वन विभाग ने 48 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने रविवार को हिरण को पकड़कर डंडों से पीट-पीटकर मार डाला था और उसके शव को झाड़ियों में छिपा दिया था। इस संवेदनहीन अपराध के बाद वन विभाग ने दुर्ग से डॉग स्क्वायड बुलाकर सघन जांच शुरू की, जिसके बाद अहम सुराग मिलते ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
डॉग स्क्वायड और ग्रामीणों की सतर्कता से खुला राज
यह पूरा मामला तब सामने आया जब नेऊर क्षेत्र से गुजर रहे कुछ ग्रामीणों की नजर झाड़ियों में छिपाए गए हिरण के शव पर पड़ी। जब पास जाकर देखा गया तो स्पष्ट हुआ कि यह हिरण का एक छोटा बच्चा है, जिसके शरीर पर डंडे से मारने के कई निशान थे। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी।
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को बरामद किया। विभाग ने फौरन जांच तेज करते हुए दुर्ग से डॉग स्क्वायड की टीम मंगाई। घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों और डॉग स्क्वायड ने 48 घंटे की कड़ी जांच-पड़ताल के बाद हत्या में शामिल मुख्य आरोपी चिंताराम को हिरासत में लिया।
बयान से जुड़े दो और आरोपी, हत्या में इस्तेमाल डंडा बरामद
पूछताछ के दौरान चिंताराम ने अपने दो अन्य साथियों के नाम भी बताए, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही हिरण की हत्या में इस्तेमाल किया गया डंडा भी वन विभाग ने बरामद कर लिया है। जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने मांस और खाल के लिए हिरण का शिकार किया था। वे रात होने का इंतजार कर रहे थे, ताकि शव को गांव ले जाकर मांस को आपस में बांट सकें। लेकिन उससे पहले ही ग्रामीणों ने उन्हें रंगे हाथ पकड़वा दिया।
वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई
तीनों आरोपियों के खिलाफ वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उन्हें न्यायालय में पेश किया गया है। वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।