
रायपुर। छत्तीसगढ़ की महिला सशक्तिकरण यात्रा में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ते हुए महतारी वंदन योजना आज प्रदेश की महिलाओं के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में और महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के मार्गदर्शन में इस योजना ने महिलाओं को न केवल आर्थिक संबल दिया है, बल्कि आत्मनिर्भर और गरिमामयी जीवन जीने की राह भी दिखाई है।
इस योजना के अंतर्गत जशपुर जिले की 2 लाख से अधिक महिलाओं को मार्च 2024 से जून 2025 तक 342 करोड़ 39 लाख 31 हजार 950 रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई है। यह आंकड़ा इस बात का प्रमाण है कि यह योजना जमीनी स्तर पर महिलाओं के जीवन में ठोस परिवर्तन ला रही है।
आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता का संचार
महतारी वंदन योजना के माध्यम से हर पात्र महिला को प्रति माह 1000 रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाती है। इस पहल ने महिलाओं को छोटे-छोटे निर्णय स्वयं लेने की स्वतंत्रता दी है।
जशपुर की हितग्राही ममता यादव, जो सिलाई का काम करती हैं, बताती हैं कि योजना की राशि और उनके काम से प्राप्त आमदनी मिलाकर अब वह अपने परिवार का पालन-पोषण बेहतर ढंग से कर रही हैं। वे बच्चों के भविष्य के लिए बचत भी कर पा रही हैं।
इसी तरह सरिता यादव, अनीता सोनकर, बिरसमुनी सिंह, लक्ष्मी बाई और अनीशा बाई सहित जिले की हजारों महिलाएं इस योजना की मदद से आत्मनिर्भर बन रही हैं।
राशि का निवेश रू सिर्फ खर्च नहीं, भविष्य की नींव
योजना से मिली आर्थिक सहायता को महिलाएं केवल घरेलू खर्च तक सीमित नहीं रख रहीं, बल्कि इसे सुकन्या समृद्धि योजना, छोटे व्यवसाय, और स्वरोजगार में निवेश कर रहीं हैं।
सरकार की महतारी शक्ति ऋण योजना के तहत जशपुर की 875 महिलाओं को 25 हजार रुपए तक का ऋण 48 आसान किश्तों में न्यूनतम ब्याज दर पर उपलब्ध कराया गया है, जिससे वे व्यवसायिक गतिविधियों में भाग ले रही हैं।
प्रदेशभर में 11081.68 करोड़ रुपए की सहायता
मार्च 2024 में शुरू हुई महतारी वंदन योजना के अंतर्गत अब तक 17 माहों में 11081.68 करोड़ रुपए की राशि 21 से 60 वर्ष आयु वर्ग की विवाहित, विधवा, तलाकशुदा व परित्यक्ता महिलाओं को प्रदान की जा चुकी है।यह योजना प्रदेश के हर कोने में महिलाओं के जीवन में बदलाव की कहानी लिख रही है और सामाजिक ढांचे में महिलाओं की भूमिका को और सशक्त बना रही है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस योजना को मातृत्व के सम्मान और महिलाओं के आत्मनिर्भर भविष्य की संकल्पना के साथ लागू किया।
महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने स्वयं ज़मीनी स्तर पर योजना के प्रभाव की निगरानी करते हुए यह सुनिश्चित किया कि इसका लाभ हर पात्र महिला तक पहुंचे।
श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि हमारी सरकार का उद्देश्य केवल आर्थिक सहायता देना नहीं, बल्कि महिलाओं को समाज में वह स्थान दिलाना है जिसकी वे हकदार हैं। महतारी वंदन योजना इसी दिशा में एक सशक्त कदम है।