एक दिवसीय बागवानी व मृदा जाॅंच कार्यशाला का आयोजन…

अम्बिकापुर {उदयपुर से क्रान्ति रावत}

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राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड व अदानी इटंरप्राइजेज लिमिटेड के निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व कार्यक्रम के तहत ग्राम साल्ही में एक दिवसीय बागवानी एवं मृदा  जांच कार्यशाला का आयोजन किया गया।  जिसमें परसा, बासेन, घाटबर्रा व साल्ही के कृषक,  महिलाओं, युवा क्लब के सदस्यों सहित क्षेत्र के बी.डी.सी, सरपंच तथा पंचों ने भाग लिया।

इस कार्यशाला में  कृषि, उद्यानिकी व बैंक के अधिकारियों ने विभिन्न योजनाओं से लोगों को अवगत कराया। कार्यक्रम की शुरुआत में अदानी फाउंडेशन के सीएसआर इकाई के प्रमुख राजेश रंजन ने कार्यक्रम की संक्षिप्त जानकारी देते हुए सी.एस.आर. के अंतर्गत संचालित वसुंधरा विकास परियोजना, सब्जी व फसल उत्पादन के लिए किसान क्लब के गठन एवं मशरूम उत्पादन की प्रणाली आदि विषयांे पर चर्चा की। ग्रामीण बैंक डांडगाॅंव के शाखा प्रबंधक श्री  अनिल नानोटी नेे बैंक से समूहों का खाता खोलवाने व किसान क्लब के गठन व उससे होने वाले फायदों पर विस्तृत जानकारी दी।

ग्रामीण बैंक शिवनगर के शाखा प्रबंधक श्री आर पी टेकाम ने लोगो को बैंक तक पहुॅंचने तथा अपनी समस्याओ को बेहिचक बैंककर्मियों के समक्ष रखने के लिए प्रोत्साहित किया। सरकारी योजनाओ से कृषकांे को अंशदान, अनुदान व ऋण के लाभ के विषय पर भी जानकारी दी गई। कृषि विभाग से श्री डी के मालवीय (एस ए डी ओ) उदयपुर व श्री जेएस पवार (एईओ) उदयपुर, श्री  रूप साय पैंकरा (आरएईओ) एवं जीबी साण्डिल्य (आरएईओ) ने कृषि विभाग से जुडी योजनाओ अंशदान, अनुदान की विस्तृत जानकारी दी जिसमंे धान की श्री विधि की खेती व उससे होने वाले फायदे के बारे मे चर्चा की। बीजोपचार कर खेती करने के लिए और खाद व बीज लाइसेंस वाली दुकान से ही खरीदने व पक्की बिल लेकर ग्राम सेवक के पास जमा कर 50 प्रतिशत पैसा वापस मिलने की योजना के बारे मे अवगत कराया। शाकम्भरी योजना से अधिक से अधिक कृषकों को जुडने की बात कही। लाइन पद्धति की खेती कर आय में दोगुना वृद्धि करने की जानकारी दी।  उन्होंने आगाह किया कि निरन्तर बिना जांच के उर्वरकों का उपयोग नहीं करना चाहिए।

कृषक बंधुओं को जमीन की आवश्यकतानुसार ही उर्वरकों का उपयोग करना चाहिए जिसमंे लागत कम और मुनाफा अधिक हो और मिश्रित धान की नर्सरी कर समय पर खेती करनी चाहिए । श्री बालसाय पैकरा एसएचएस उद्यान विभाग ने उद्यान विभाग से बीजू किस्म की पपीता मिलने व फलदार पौधारोपण की पर प्रशिक्षण दिया जिसमंे कृषकों को रोगांे की पहचान कैसे करना है, पौधों में दवाइयों  एवं खाद का सही समय पर उपयोग करने की जानकारी दी गयी। कार्यक्रम मंे एइएल से आए हुए  विवेक शुक्ला (उद्यानिकी विशेषज्ञ) ने कृषकों को दवाइयों की मात्रा व पहचान कैसे करना है व उचित समय पर निराकरण कर उपयोग कर रोकथाम करने की जानकारी प्रदान की।

कार्यक्रम के  मुख्य अतिथि कृष्णकांत दुबे ने सभी कृषक बंधुओं को कार्यक्रम में भाग लेने व उनसे जुड़ी योजनाओं का लाभ ले कर अपनी सामाजिक व आर्थिक स्थिति को मजबुत करने की सलाह दी। कार्यक्रम के अंत में क्षेत्र के बी.डी.सी श्री बाल साय कोर्राम एवं समाजसेवी सेवा राम पोर्ते ने सी.एस.आर. के कार्यो की सराहना करते हुए सभी कृषकांे को सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। कार्यशाला में मुख्य रूप से भाग लेने वालों में सीएसआर टीम से उषा मिश्रा, अनिल जायसवाल, सौरभ सिंह, उमेन्द्र साहू, विकास सिंह, निरूपा सोनी व ग्रामीणों में पातर साय, जयलाल,  अनिल चंदेल, आनंद, रामसुंदर पंडो, संतोष, रामप्रवेश, बनसलाल, तुलेश्वर, बुधमान सिंह, कमलेश्वरी, सावित्री सिंह, परमेश्वरी, शकुंतला, सावित्री कोर्राम, सरस्वती, ममता, मुनेश्वरी, मइया, कौशल्या आदि उपस्थित रहे।