
सूरजपुर। झिलमिली थाना क्षेत्र में हुए एक अंधे कत्ल का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है। इस हत्याकांड में पुलिस ने आरोपी लहरू बरगाह को गिरफ्तार कर लिया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब मृतका के परिजनों ने उसकी संदिग्ध हालात में मौत की सूचना पुलिस को दी।
15 जनवरी 2025 को ग्राम पटियाडांड निवासी अलीराम देवांगन ने झिलमिली थाने में सूचना दी कि उसकी बहन विमला अपने घर के बाहर संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पड़ी है। उसने आशंका जताई कि विमला की हत्या की गई है। पुलिस ने तत्काल मर्ग कायम कर जांच शुरू की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि विमला की मौत स्वाभाविक नहीं थी, बल्कि उसकी हत्या की गई थी। इसके बाद पुलिस ने अपराध क्रमांक 12/25 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) बीएनएस में मामला दर्ज कर लिया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी एवं एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने झिलमिली थाना प्रभारी को निर्देश दिए कि वे मजबूत साक्ष्यों के आधार पर आरोपी की जल्द पहचान कर उसे गिरफ्तार करें।
थाना प्रभारी नसीमुद्दीन के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच शुरू की। जांच में पता चला कि घटना से एक दिन पहले मृतका विमला और गांव के ही लहरू बरगाह के बीच विवाद हुआ था। इसके बाद पुलिस ने लहरू बरगाह को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध कबूल कर लिया।
लहरू बरगाह ने बताया कि विमला के बेटे ने उसकी बड़ी बेटी को भगाकर ले गया था। इसी बात को लेकर उसका विमला और उसके परिवार से विवाद हुआ था। विवाद के दौरान गुस्से में आकर 14 जनवरी की रात उसने चेहरे को गमछे से ढंककर दीवार फांदी और विमला के घर में घुस गया। वहां उसने विमला का मुंह और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। ताकि कोई शक न करे, उसने हत्या के बाद दीवार को 15 इंच ऊंचा करवा दिया।
मौके से पुलिस को हत्या के दौरान इस्तेमाल किया गया गमछा मिला, जिससे मामले की पुष्टि हो गई। आरोपी लहरू बरगाह (पिता स्व. सीठू, उम्र 45 वर्ष, निवासी ग्राम पटियाडांड, थाना झिलमिली) को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूरे मामले की जांच और आरोपी की गिरफ्तारी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी, थाना प्रभारी नसीमुद्दीन और उनकी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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