जांजगीर-चांपा। धार्मिक नगरी शिवरीनारायण में इन दिनों अवैध शराब का कारोबार जोरदार फलफूल रहा है। मेला का फायदा उठाकर शराब माफिया खुलेआम शराब की बिक्री कर रहे हैं। जबकि यहां शराब की बिक्री पर प्रतिबंध है। धार्मिक नगरी होने के साथ साथ शिवरीनारायण आस्था का केंद्र है। जिसका फायदा शराब कोचिए उठा रहे हैं। नगर के सभी वार्ड में कच्ची महुआ शराब की अवैध बिक्री धडल्ले से हो रही है। वहीं पुलिस और आबकारी विभाग द्वारा भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस और आबकारी विभाग की मिली भगत से ही अवैध शराब की बिक्री हो रही है। महुआ शराब के कोचिया ग्राहकों को पाउच बनाकर बेच रहे हैं। शराब पाउच की तीन साइज बनाया गया है। छोटे साइज पाउच का प्रति पाउच 30 रूपए, मध्यम साइज पाउच 40 रूपए और बड़े साइज के पाउच की कीमत 50 रूपए है। कोचिए घर तक पहुंचा कर अधिक कीमतों में शराब बेच रहे हैं। कच्ची महुआ शराब का सेवन न केवल आदतन शराबी ही कर रहे हैं बल्कि कई बड़े व्यापारी और ऊंचे लोग भी कर रहे हैं।
माघी पूर्णिमा के दिन से शुरू हुए शिवरीनारायण मेला में इन दिनों पूरे शबाब पर हैं। जिसका फायदा उठाकर शराब माफिया खूब उठा रहे हैं। मेला का सीजन आते ही यहां बाहर से आए लोगों की बड़ी मात्रा में शराब की डिमांड रहती है। इसका फायदा उठाकर कुलेआम शराब की बिक्री होती हैं। वही मेला सीजन में इसकी मांग और बड़ जाती है। पुलिस एवं आबकारी विभाग आंख में पट्टी बांध कर बैठे रहते है। हालांकि पुलिस एवं आबकारी विभाग को इसकी जानकारी होती है कि कहां शराब की बिक्री होती है। शराब माफिया से इनका कमीशन बंधा रहता है जिसके जिसके चलते ये कार्यवाही नहीं करते। शराब माफिया बड़ी सेटिंग करके पूरे मेला सीजन में शराब की बिक्री कराते है। इसलिए इन शराब माफिया पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होती। बड़ी आसानी से होटल ढाबा में शराब की खरीदी बिक्री होती है।