Jio Looses Customer: सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL की पॉपुलैरिटी तेजी से बढ़ रही है और बाकी टेलीकॉम कंपनियों को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। ये बीएसएनएल का ही कमाल है कि मुकेश अंबानी की जियो ने सितंबर के महीने में 79 लाख कस्टमर खो दिए। जबकि एयरटेल को 14 लाख कस्टमर्स का नुकसान हुआ। वहीं Vi (वोडाफोन-आइडिया) ने 15 लाख कस्टमर्स से हाथ धो दिया।
BSNL ने तो कमाल कर दिया
यानी अगर देखा जाए तो टैरिफ की रेस बीएसएनएल ने सबको पीछे छोड़ते हुए खुद को विजेता साबित किया है। जुलाई से लेकर अक्टूबर के आंकड़ों को देखें तो 55 लाख कस्टमर्स ने अपना नंबर BSNL में पोर्ट किया। डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DoT) ने बताया कि जुलाई के महीने में जियो, Vi और एयरटेल के 15 लाख ग्राहक बीएसएनएल से जुड़े। जबकि अगस्त में यह आंकड़ा बढ़कर 21 लाख हो गया। सितंबर में यह आंकड़ा 11 लाख और अक्टबूर में 7 लाख रहा।
प्लान की कीमतें बढ़ाने से हुआ नुकसान
डेटा से पता चलता है कि निजी कंपनियों ने जब अपने प्लान्स की कीमतें बढ़ाईं तो वह जनता को नागवार गुजरा। क्योंकि जुलाई से पहले जून महीने तक ग्राहक बीएसएनएल से इन निजी कंपनियों में चले गए थे। हालांकि, निजी कंपनियों के टैरिफ प्लान महंगे होने के बाद, ग्राहकों के पोर्ट कराने की प्रक्रिया धीमी हो गई।
BSNL ने कितने खोए कस्टमर्स
जुलाई में BSNL ने केवल 310,000 ग्राहक खोए. जबकि अगस्त में 260,000, सितंबर में 280,000 और अक्टूबर 2024 में 510,000 ग्राहकों ने उसका साथ छोड़ दिया। टेलीकॉम डिपार्टमेंट के मुताबिक, बीएसएनएल ने पिछले दो महीनों में अपने एक्सपैंडिंग नेटवर्क में 65 लाख से ज्यादा नए कस्टमर्स जोड़े हैं। प्रतिस्पर्धी कीमतों के साथ, बीएसएनएल अब मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस जियो और सुनील मित्तल की एयरटेल जैसी इस क्षेत्र की नामी कंपनियों को टक्कर दे रहा है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीएसएनएल के रिवाइवल और एक्सपैंशन की तारीफ करते हुए कहा कि मुझे बीएसएनएल में काफी ज्यादा अवसर नजर आते हैं। खास बात है कि बीएसएनएल के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर रॉबर्ट रवि ने कहा कि हमारी कंपनी का भविष्य में टैरिफ बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है।