Big Breaking: बीजेपी नेताओं का आरोप, कांग्रेसी विधायकों का पीयूष जायसवाल के साथ संबंध…जवाब में कांग्रेसी विधायको ने कहा जांच होनी चाहिए…मामले में बम्हनीडीह टी.आई.पर भी लगे आरोप तो हुए लाइन अटैच…!

जांजगीर चांपा। जिले में पीयूष जायसवाल का मामला फिर से गरमा गया है, इस बार बीजेपी के नेताओं ने प्रेस वार्ता कर बड़ा खुलासा किया है. वहीं कांग्रेसी विधायकों पर बड़ा आरोप लगाया है। बीजेपी के पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष नारायण चंदेल एवं जैजैपुर विधानसभा के पूर्व बीजेपी प्रत्याशी कृष्णाकांत चंद्रा ने कहा कि जांजगीर चांपा,सक्ती जिला व समुचे अंचल में सुनियोजित ढंग से आम आदमी का पैसा दुगुना करने के नाम से झांसा देकर ठगी की जा रही है। गरीबों व किसानों के बच्चे इसके शिकार हो रहे हैं। क्षेत्र के नौजवान, बेरोजगार अपने खेत, गहने इत्यादि बेचकर अथवा भारी ब्याज में पैसा उधार लेकर पीयूष जायसवाल और उसके टीम के लागों के पास पैसा जमा कर रहे हैं इस क्षेत्र के हजारों लोग इनके चंगुल में फंस चुके हैं व पैसा डूबने की आशंका है। पीयूष जायसवाल का तार गोवा व मुंबई एवं दुबई से जुड़ा हुआ है।

बीजेपी के नेताओं ने मीडिया से चर्चा कें दौरान कहा कि जनाजगीर चांपा, सक्ती जिला व समुचे क्षेत्र में पीयूष जायसवाल सरीके लोगों के द्वारा एक सुनियोजित अपराधिक कृत्य किया जा रहा है जिसके कारण अनेक घर व परिवार बर्बादी के कगार पर खड़े हैं। अतः आपसे आग्रह है कि पीयूष जायसवाल जिसके खिलाफ बम्हनीडीह थाने में एफ.आई.आर. दर्ज है, जांजगीर-चांपा के कांग्रेस विधायक श्री ब्यास कश्यप व जैजैपुर के विधायक श्री बालेश्वर साहू सहित तीनो को गिरफतार कर कड़ी पूछताछ की जाए। एवं विधानसभा चुनाव में इन्हे पीयूष जायसवाल द्वारा कितना फायनेंस सपोर्ट किया गया है, इसकी भी जांच की जाए।

जिला जांजगीर, सक्ती, सारंगढ़, बलौदाबाजार सहित आस पास के जिलों से लगातार शेयर मार्केट, ट्रेडिंग, क्रिप्टो कैरेंसी के नाम पर ठगी के मामले सामने आ रहे है जिसमें जांजगीर चांपा जिले के बम्हनीडीह थाने में पीयूष जायसवाल नाम के व्यक्ति के खिलाफ ठगी की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है, जैजैपुर थाने में डेनियल जॉनसन के नाम पर ठगी की शिकायत दर्ज की गई है एवं चांपा थाने मे भी पचास लाख रूपये की ठगी की शिकायत दर्ज की गई है, सरसीवां थाने में शिवा साहू, वृंदा साहू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है ये सभी शेयर मार्केट, ट्रेडिंग एवं क्रिप्टो कैरेंसी के नाम पर जनता से पैसा लेते थे और इसमें पैसा न लगाकर जनता के पैसे को इसकी टोपी उसका सर करके अफरा-तफरी करते हैं। जनता को किसी शेयर मार्केट या ट्रेडिंग कंपनी का रसीद नहीं दिया जाता। ये खुद अपने या अपने अधिनस्थ कर्मचारियों के नाम के चेक निवेशकों को थमा देते हैं। हजारों निवेशकों का पैसा इनके पास फंसा हुआ है, निवेशकों को पैसा लौटाने में ये आनाकानी कर रहे हैं। कांग्रेस के विधायक मेरे आदमी हैं उनका पूरा सहयोग है कहकर निवेशकों को धमकाया जा रहा है। ये सभी ठग आपस में सिंडिकेट बनाकर निवेशकों को अपने मायाजाल में फंसाते हैं और शासकीय बैंको से 10-15 गुना अधिक ब्याज देने, एक साल में पैसा डबल करने का वादा करके निवेशकों से पैसा लिया करते हैं इस लोभ में हजारों निवेशकों ने उनके पास अपना पैसा जमीन बेचकर, धान बेचकर, गहने बेचकर पैसा जमा कराया है। वादे के मुताबिक निवेशकों को पैसा नहीं लौटा रहे हैं। जिसके कारण वे मानसिक रूप से परेशान हैं। हजारों किसान इस ठगी के शिकार हुए हैं। ठगों के खिलाफ सामने आकर बोलने से लोग इसलिए कतरा रहे हैं ताकि उनका पैसा वे डुबा न देवे। इस गोरख-धंधे में जिन लोग शामिल है, इसे किन विधायकों का राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है, एवं किसकी वजह से यह गोरख-धंधा क्षेत्र में फल-फूल रहा है, इसकी व्यापक रूप से जांच करने की आवश्यकता है।

पूरे मामले पर जैजैपुर विधायक बालेश्वर साहू का कहना है कि भाजपा के नेताओं को हार का बौखलाहट है जिसके कारण इस तरह के आरोप लगा रहे सारे आरोप निराधार है. वही जांजगीर चांपा विधायक व्यास कश्यप का कहना है पूरे मामले में सीबीआई जांच करा ले, केंद्र एवं राज्य में बीजेपी की सरकार है तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। लेकिन मैं एक मांग करता हूं कि नारायण चंदेल के छोटे भाई का भी संदिग्ध मौत हुआ है उस मामले में भी जांच होनी चाहिए उसमें नारायण चंदेल जांच की बात क्यों नहीं करते।

पुलिस के कार्यवाही पर भी उठ रहे सवाल…
जांजगीर चांपा जिले बम्हनीडीह थाने में ठगी के आरोप में पीयूष जायसवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुआ था. पुलिस ने उन्हें फरार घोषित कर गिरफ्तारी में देरी की, जिसके चलते उसे आसानी से कोर्ट से बेल मिल गया. अगर समय में गिरफ्तारी हो जाती तो और भी बड़े खुलासे हो सकते थे. लेकिन गिरफ्तार नहीं होने पर पीयूष जायसवाल ने अग्रिम जमानत कराने में सफलता प्राप्त कर लिया. और आज जमानत पर है. हालांकि इस मामले में बम्हनीडीह टी आई के ऊपर के कई संगीन आरोप भी लगते रहे, आरोपी क को बचाने के भी आरोप लगे हैं. हो सकता इसी के चलते जांजगीर चांपा पुलिस अधीक्षक में टी आई को लाइन भेज दिया है।