Rahul Gandhi America Visit : राहुल गांधी ने अमेरिका में उठाए लोकसभा चुनाव पर गंभीर सवाल, कहा- भारत में चुनावी प्रक्रिया नियंत्रित, बीजेपी नहीं जीत पाती 246 सीटें

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Rahul Gandhi America Visit, Congress Leader, Rahul Gandhi on Loksabha Election : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका के अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान भारतीय लोकसभा चुनाव की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चुनावों से पहले सरकार और अन्य संस्थाओं ने मिलकर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित किया, जिससे एक स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं हो सका।

चुनाव आयोग वही कर रहा था जो सरकार चाहती थी- राहुल गांधी

राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा कि ‘‘हमारे पास निष्पक्ष खेल का मैदान नहीं था। चुनावों से पहले हमने बार-बार कहा कि संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है। उन्हें वित्तीय लाभ प्राप्त था और हमारे बैंक खातों को बंद कर दिया गया था। चुनाव आयोग वही कर रहा था जो सरकार चाहती थी।’’ उन्होंने यह भी कहा कि यह सब अचानक हुआ और उन्हें लगता है कि भाजपा को इतने अधिक सीटें मिलने के पीछे कोई न कोई असामान्य कारण है।

इस चुनाव को स्वतंत्र नहीं मानते- राहुल गांधी

राहुल गांधी ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि वह इस चुनाव को स्वतंत्र नहीं मानते। ‘‘मैं इसे एक नियंत्रित चुनाव के रूप में देखता हूं। पूरा अभियान इस तरह से डिजाइन किया गया था कि नरेंद्र मोदी अपनी बात पूरे देश में कह सकें। जिन राज्यों में वे कमजोर थे, उन्हें अलग तरीके से पेश किया गया और जिन राज्यों में वे मजबूत थे, वहां से अलग तरीके से चुनावी रणनीति बनाई गई।

शिक्षा प्रणाली और मीडिया पर भी संघ परिवार का नियंत्रण

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि देश की शिक्षा प्रणाली और मीडिया पर भी संघ परिवार का नियंत्रण है। उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया और जांच एजेंसियों पर भी पूरी तरह से सरकार का कब्जा है। ‘‘हम यह कहते रहे लेकिन लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था। मैंने संविधान की रक्षा की बात की और अचानक से लोगों की आंखें खुल गईं,’’ उन्होंने कहा।

राहुल गांधी ने इस बात पर भी जोर दिया कि गरीब भारत, उत्पीड़ित भारत ने समझ लिया है कि अगर संविधान खत्म हो गया तो पूरा देश खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि उनके अनुसार, चुनावी प्रचार के आधे समय तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह अहसास नहीं हुआ कि वे 300-400 सीटों के करीब पहुंच सकते हैं। ‘जब उन्होंने कहा कि वह सीधे भगवान से बात करते हैं तो हमें पता चल गया था कि हमने उन्हें पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। यह एक मनोवैज्ञानिक पतन था।

ओबीसी और दलित वर्गों को दिया जा रहा धोखा

कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार और कुछ बड़े व्यवसायों के बीच सांठगांठ है और ओबीसी और दलित वर्गों को धोखा दिया जा रहा है। ‘गरीब लोगों ने गहराई से समझ लिया है कि यह संविधान की रक्षा करने वालों और उसे नष्ट करने वालों के बीच की लड़ाई है।

राहुल गांधी ने जाति जनगणना के मुद्दे को भी उठाया और इसे देश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बताया। उनका कहना है कि यह मुद्दा समाज के विभिन्न वर्गों की वास्तविक स्थिति को समझने के लिए जरूरी है और इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। राहुल गांधी के इन बयानों ने भारतीय राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है और उनके आरोपों की गंभीरता पर विचार करने की आवश्यकता है। चुनाव की निष्पक्षता और संस्थाओं की स्वतंत्रता के मुद्दे पर इस तरह की टिप्पणी से स्पष्ट होता है कि चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता पर लगातार सवाल उठते रहेंगे।