एक बार फिर पांव पसार रहा डेंगू, इस राज्य में घोषित हुई ‘महामारी’ एक्शन में सरकार, नियम न मानने पर होगी कार्रवाई

Dengue Havoc: राज्य में डेंगू के मामलों में हो रही लगातार वृद्धि ने राज्य सरकार को चिंतित कर दिया है। इस वर्ष डेंगू के मामलों में तेज़ी से हो रही वृद्धि के कारण राज्य सरकार ने डेंगू को ‘महामारी रोग’ घोषित कर दिया है।

राज्य में बढ़ते मामलों से निपटने के लिए सरकार ने अनेक सख्त कदम उठाने का फैसला किया है, ताकि इस घातक बीमारी के प्रसार को रोका जा सके।

नियमों का उल्लंघन करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई

कर्नाटक सरकार ने राज्य के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि डेंगू से निपटने के लिए बनाए गए नियमों का पालन न करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही जो लोग अपने आस-पास मच्छरों के प्रजनन को रोकने के उपाय नहीं करते, उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। सरकार ने कहा है कि इन नियमों का उल्लंघन करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

महामारी रोग विनियमन में संशोधन

डेंगू के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से, सरकार ने कर्नाटक महामारी रोग विनियमन 2020 में संशोधन भी पेश किए हैं। संशोधन में लोगों को वेक्टर जनित रोगों के प्रसार को रोकने में अधिक जिम्मेदार बनाने का आदेश दिया गया है। इसमें घरेलू, वाणिज्यिक और सक्रिय निर्माण क्षेत्रों के लिए अलग-अलग श्रेणियों में दंड का प्रावधान किया गया है। इसके तहत घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के मालिकों को मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे।

नियमों का पालन न करने पर लगेगा जुर्माना

सरकार द्वारा तय किए गए नए नियमों के अनुसार, शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लिए जुर्माने की राशि तय की गई है। शहरी क्षेत्रों में घरेलू इमारतों के लिए 400 रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों में 200 रुपये का जुर्माना लगेगा। वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों के लिए शहरी क्षेत्रों में 1,000 रुपये और ग्रामीण इलाकों में 500 रुपये का जुर्माना तय किया गया है।

वहीं सक्रिय निर्माण क्षेत्रों में मच्छरों के प्रजनन के लिए उपयुक्त जगह उपलब्ध कराने वाले मालिकों पर शहरी इलाकों में 2,000 रुपये और ग्रामीण इलाकों में 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।

नियमों का पालन अनिवार्य

डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार ने लोगों के लिए कुछ नियमों का पालन करना अनिवार्य कर दिया है। घरेलू इमारतों के मालिकों को मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे। इसमें पानी के भंडारण कंटेनरों, नाबदानों और ओवरहेड टैंकों को ढक्कन या किसी अन्य सामग्री से ढंकना शामिल है, ताकि मच्छरों को प्रजनन के लिए उपयुक्त जगह न मिल सके।

सरकार का डेंगू से निपटने के लिए व्यापक प्रयास

राज्य सरकार ने डेंगू के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास करने का फैसला किया है। इसके लिए सरकार ने स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, और अन्य संबंधित विभागों को आपस में समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे, ताकि वे मच्छरों के प्रजनन को रोकने के उपाय कर सकें और डेंगू से बचाव कर सकें।

लोगों की सहभागिता आवश्यक

सरकार का मानना है कि डेंगू जैसी बीमारी से निपटने के लिए केवल प्रशासनिक प्रयास ही पर्याप्त नहीं हैं बल्कि इसमें आम जनता की सहभागिता भी आवश्यक है। लोगों को मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए खुद भी सतर्क रहना होगा और अपने आसपास के क्षेत्रों को साफ-सुथरा रखना होगा।

कर्नाटक सरकार ने कहा है कि वह डेंगू के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से इस बीमारी पर नियंत्रण पाने में सहायता मिलेगी और लोगों की सेहत की रक्षा की जा सकेगी।

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