बलरामपुर। जिले के वाड्रफनगर विकासखण्ड में माध्यमिक शाला फूलिडूमर के प्रधानपाठक राधाकृष्ण त्रिपाठी पर कार्यवाही करते हुवे संयुक्त संचालक (शिक्षा) सरगुजा संभाग ने अंततः सस्पेंड कर दिया।
उपरोक्त जानकारी देते हुवे टीचर एशोशियशन बलरामपुर के जिलाध्यक्ष पवन सिंह ने बताया कि एक माह पूर्व उपरोक्त माध्यमिक शाला के प्रधानपाठक विद्यालय में अपने बैग में हिडेन कैमरा लगा कर आते थे। जिसे विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण के दौरान उस संकुल के सीएससी व विद्यालय के शिक्षको की उपस्थिति में पकड़ा गया। जिस पर छात्र छात्राओं तथा शिक्षको की निजता भंग होने के आरोप लगने पर टीचर एशोशियशन बलरामपुर के जिलाध्यक्ष पवन सिंह ने संघीय पदाधिकारियों के साथ जमकर विरोध किया और शिक्षको की छवि खराब करने वाले प्रधानपाठक पर कार्यवाही की मांग करते हुवे जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन भी सौपा।
इधर इस घटना के लगभग एक माह के बाद भी कोई विभागीय कार्यवाही नही हुई ऊपर से उक्त प्रधानपाठक का एक और मामला सामने आ गया। जिसमें हेडमास्टर महोदय ने अपने विद्यालय की छत्राओ के द्वारा पानी की व्यवस्था करने पर उन्हें अपना मूत्र पीने की के साथ ही नदी में भी जाकर पानी पीने को कहा गया। छत्राओ ने जब विद्यालय का पंखा सुधरवाने की मांग रखी तो इन्होंने उन बालिकाओं से कहा कि अपने बाप से पंखा लगवा लो,इन सारी घटनाओं की जांच एक बार पुनः बीईओ बलरामपुर द्वारा ग्राम के सरपंच सहित अनेक ग्रामीणों के सामने की जिसमे छात्राओं ने खुलकर अपने बयान में हेडमास्टर साहब के कृत्यों को उजागर किया जिसकी पुष्टि विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी ने अपने जांच प्रतिवेदन में की है।
टीचर एशोशियशन के इस नए मामले पर संज्ञान लेते हुवे तत्काल शोशल मीडिया में विरोध जताते हुवे उच्च अधिकारियों को पूरी घटना से अवगत कराया व इस बार कार्यवाही न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी। उपरोक्त घटना का चौतरफा विरोध व विभाग की किरकिरी होते देख अंततः जे.डी. संजय गुप्ता ने जिला शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट पर प्रधान पाठक राधाकृष्ण त्रिपाठी को तत्काल निलंबित कर दिया।