बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..प्रदेश में एक ओर सरकार सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था दुरुस्त करने में लगी है, और तो और सरकारी अस्पतालों में पदस्थ डॉक्टरों के निजी क्लीनिक और अस्पतालो में सेवाएं देने पर रोक लगा दिया है. लेकिन शासन के तमाम सख्ती के बावजूद एक उल्टा ही नजारा जिले में देखने को मिला है. रामचंद्रपुर ब्लाक की एक रूरल हेल्थ ऑफिसर ड्यूटी टाइम में अपने निजी मेडिकल शॉप का संचालन करते पायी गई है. वही अब जिले के स्वास्थ्य विभाग के मुखिया डॉक्टर बसंत सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. जांच कराई जा रही है.
दरअसल यह पूरा मामला बीती रात का है. सूत्र बताते है कि रामचंद्रपुर ब्लाक के जामवंतपुर आरोग्य मंदिर में पदस्थ रूरल हेल्थ ऑफिसर (आरएचओ) सूर्या गुप्ता की नाइट शिफ्ट की ड्यूटी थी, लेकिन वे ड्यूटी टाइम पर निजी मेडिकल शॉप का संचालन करते पायी गई थी.
एनएच 343 के किनारे जामवंतपुर गांव बसा हुआ है. आरोग्य मंदिर भी सड़क के किनारे ही है. जहॉ रात में भी लोगो को स्वास्थ्य सुविधा मिल सके इसको ध्यान में रखते हुए. स्वास्थ्य विभाग ने पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराये है, लेकिन पर्याप्त संसाधनों के बावजूद ड्यूटी में तैनात स्वास्थ्य अमले की लापरवाही समझ से परे है और ऐसा ही रहा तो किसी आपातकालीन परिस्थिति में कोई अस्पताल पहुंच भी जाये तो उसे अस्पताल में उपचार तो छोड़िए कोई नही मिलेगा.
फिलहाल मामले को मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने संज्ञान में लिया है और अब जांच की बात कही जा रही है, लेकिन जांच के बाद क्या होगा? इस मामले को देखने, सुनने के बाद स्वास्थ्य अमले के अन्य अधिकारी-कर्मचारी क्या सीख लेते है. यह देखने वाली बात होगी.