Exclusive news: विचित्र किस्म की बीमारी “पेलाग्रा” से जूझ रही थी महिला…सफल इलाज के बाद वापस घर लौटी…किस विटामिन की कमी से होता है यह बीमारी पढ़े पूरी खबर…!

@संजय यादव
जांजगीर चांपा। जिले के अकलतरा ब्लाक के ग्राम बरगवां एक महिला को विचित्र तरह की बीमारी थी जिसके चलते उसका घर से निकलना दुबर हो गया था. संकोच की वजह से वह गांव मे किसी से मिल पा रही थी नहीं किसी से बात कर पा रही थी. घर में घुट घुट कर जिंदगी बिताने में मजबूर थी। तब घर के सलाह से उन्हें जांजगीर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिला अस्पताल के एमडी डॉक्टर लोकेंद्र कश्यप के मार्गदर्शन में 20 दिन के बाद सफल इलाज के बाद पूरी तरह इस बीमारी से ठीक होने के बाद आज खुशी-खुशी वह अपना घर वापस लौट आई है, और गांव में घूमना फिरना कर सबसे खुशी से घुल मिल गई है।

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मामला जिले के अकलतरा ब्लाक के बरगवां गांव की है जहां एक महिला रजनी (बदला हुआ नाम) उम्र 31 वर्ष है जो कि लंबे समय से चर्म रोग (dermatology)”पेलाग्रा”नाम की विचित्र बीमारी से ग्रसित थी. इसको लेकर वह आए दिन लोगों से ताने सुनती थी. लेकिन जब जांजगीर के जिला अस्पताल में इलाज करने के लिए पहुंची तो जिला अस्पताल के एमडी डॉक्टर लोकेंद्र कश्यप के मार्गदर्शन पर उनका इलाज शुरू किया गया. 20 दिन में सफल इलाज के बाद वह पूरी तरह ठीक होकर घर वापस लौट चुकी है. डॉक्टर लोकेंद्र कश्यप ने बताया कि यह विचित्र तरह की बीमारी होती है लोगों शरीर में कालापन आ जाता है. वही इस यह बीमारी विटामिन B3 की कमी के कारण होता है. अगर किसी की शरीर में विटामिन B3 की कमी आती है तो उसके शरीर में काले चकते धब्बे हो जाते हैं। इसका इलाज नहीं करने व्यक्ति की मौत भी हो जाती है हालांकि इनका इलाज संभव है।

“डॉक्टर डॉक्टर लोकेंद्र कश्यप ने बताया कि अच्छा लगता है जब मरीज ठीक हो और चेहरे में खुशी लौट आये…लगभग आज से 20 दिन पहले अपने चेहरे,हाथों और पैरों के कालेपन के कारण समाज से,खुद को दुसरो से छुपा कर दूर भागती थी आज पूरी तरह स्वास्थ्य होने के बाद आज फिर से खुल के जीना शुरू कर दिया”

पेलाग्रा जैसे गंभीर बीमारी का सफल इलाज़, सही दवा और विटामिन युक्त खाने की सलाह से बीमारी का इलाज लगभग अपने आखिरी स्टेज में पेलाग्रा एक ऐसी बीमारी है जो नियासिन या विटामिन बी3 की कमी के कारण होती है। यह विटामिन हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि यह हमारे शरीर को ऊर्जा देने में मदद करता है और हमारे त्वचा, बालों और आंतों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।

“पेलाग्रा” के कुछ मुख्य लक्षण हैं:
– त्वचा पर चकत्ते या खुजली
– बालों का झड़ना या पतला होना
– मुंह में घाव या सूजन
– डायरिया या पेट दर्द
– थकान या कमजोरी महसूस होना
– याददाश्त में कमी या भ्रम

पेलाग्रा का इलाज विटामिन बी3 की खुराक या नियासिन सप्लिमेंट्स देकर किया जा सकता है। इसके अलावा, एक संतुलित आहार जिसमें विटामिन बी3 से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे कि मांस, मछली, अंडे, दालें और साबुत अनाज शामिल हों, भी इस बीमारी को रोकने में मदद कर सकता है।

पेलाग्रा बीमारी के कुछ मुख्य कारण हैं:
1. असंतुलित आहार: यदि किसी का आहार विटामिन बी3 से भरपूर खाद्य पदार्थों में कम है, तो उन्हें पेलाग्रा हो सकता है।
2. मालाबसॉर्प्शन: यदि किसी को मालाबसॉर्प्शन की समस्या है, जैसे कि सीलिएक रोग या क्रोहन रोग, तो उनका शरीर विटामिन बी3 को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाता है।
3. कुछ दवाएं: कुछ दवाएं, जैसे कि आइसोनियाजिड, विटामिन बी3 के अवशोषण को कम कर सकती हैं।
4.लंबे समय तक बीमारी: यदि किसी को लंबे समय तक बीमारी है, जैसे कि कैंसर या एड्स, तो उन्हें पेलाग्रा हो सकता है।
5. गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान विटामिन बी3 की मांग बढ़ जाती है, इसलिए यदि किसी का आहार पर्याप्त नहीं है, तो उन्हें पेलाग्रा हो सकता है।
6.अत्यधिक शराब पीना: अत्यधिक शराब पीने से विटामिन बी3 की कमी हो सकती है।
इन कारणों से बचने और एक संतुलित आहार लेने से पेलाग्रा को रोका जा सकता है।