Chhattisgarh: 5 साल बाद CBI की एंट्री… तीसरे मामले की जांच का जिम्मा CBI को.. ऐप का जड़ खंगालेगी जांच एजेंसी

रायपुर..तत्कालीन कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान महादेव सट्टा एप का मामला सामने आया था..और इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम ने प्रदेश के कई जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की थी..जिसके बाद साल 2023 के अंत में प्रदेश में भाजपा प्रदेश की सत्ता में आई..और इस महादेव ऑनलाइन सट्टा एप की जांच का जिम्मा ईओडब्ल्यू को दिया गया..वही अब इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है..मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा की यह तीसरा मामला होगा जिसकी जांच सीबीआई करेगी..इससे पहले पीएससी घोटाला और बिरनपुर हिंसा की जांच सीबीआई कर रही है..

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पूर्ववर्ती भूपेश सरकार के कार्यकाल के दौरान अक्टूबर 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऑनलाइन महादेव सट्टा एप के मामले छापेमारी शुरू की थी..ईडी की अलग -अलग टीमों ने प्रदेश के कई शहरों में नेताओ,कारोबारियों,अधिकारियों के ठिकानों पर दबिश दी थी..और इस सट्टा एप के संबंध में जानकारी एकत्र करना शुरू किया था..यही नही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार रहे विनोद वर्मा से भी ईडी की टीमों ने कई घंटो तक पूछताछ की थी..ईडी ने कुछ गिरफ्तारियां भी की थी..और समय बीतता गया ..साल 2023 के अंत में  प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ..प्रदेश की विष्णुदेव साय सरकार ने इस महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले की जांच का जिम्मा ईओडब्ल्यू को सौंप दिया..

साल 2024 में जनवरी के महीने से ईओडब्ल्यू ने मोर्चा संभाला..और एक बार फिर महादेव ऑनलाइन सट्टा एप को लेकर जांच शुरू हुई..नेताओ ,अधिकारियों और कारोबारियों के ठिकानों पर ईओडब्ल्यू ने दबिश दी..70 प्रकरण तैयार किए गए..और अबतक ईओडब्ल्यू ने 80 गिरफ्तारियां भी की है..हालांकि ईओडब्ल्यू सट्टा एप के नेटवर्क के धरातल पर पहुंच पाती उससे पहले ही इसकी जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपने का ऐलान हो गया..मुख्यमंत्री साय के ऐलान के बाद ईओडब्ल्यू ने सभी 70 प्रकरणों को सीबीआई को सौंपने की तैयारी कर ली है..

जड़ खंगालेगी सीबीआई..

प्रदेश में लगभग पांच साल बाद सीबीआई की एंट्री हुई है..सीबीआई को प्रदेश सरकार ने साल 2021 में पीएससी के माध्यम से ली जाने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद इसकी जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंप दिया है.. साजा विधानसभा के बिरनपुर में हुई हिंसा की जांच भी सीबीआई कर रही है..और अब ऑनलाइन महादेव सट्टा एप की जड़ों का खंगालने का काम भी सीबीआई करेगी!.

प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा ने महादेव सट्टा एप की जांच सीबीआई को दिए जाने को लेकर बयान दिया है..उन्होंने कहा  कि ऑनलाइन सट्टा एप के इस मामले को लेकर प्रदेश के विभिन्न थानों में 69 व ईओडब्ल्यू में 1 एफआईआर दर्ज किया गया था..इन एफआईआर को लेकर तरह – तरह की चर्चाएं भी हो रही थी..लेकिन अब इन 70 प्रकरणों को सीबीआई को सौंप दिया गया है..सीबीआई इस मामले की जांच करेगी..और विदेशो में भी छिपे इस मामले के आरोपियों को छत्तीसगढ़ लाने की दिशा में काम किया जाएगा..किसी भी आरोपी को बक्शा नही जायेगा!.