CG Mausam, CG Weather, Chhattisgarh Weather, Chhattisgarh Mausam : छत्तीसगढ़ में इस बार मानसून ने जोरदार एंट्री की है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में हो रही हल्की से मध्यम बारिश का दौर है। लगातार हो रही बारिश की वजह से प्रदेश के कई इलाकों में नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। प्रदेश में अब तक कुल 910 मिमी बारिश हो चुकी है, जो इस मौसम की सामान्य बारिश की अपेक्षाओं के अनुसार है।
पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश ने दस्तक दी है। इसके कारण छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों में बादल छाए रहे, हालांकि बारिश का प्रभाव कुछ इलाकों में ही देखने को मिला।
तापमान की स्थिति
प्रदेश के दुर्ग और रायपुर संभागों में तापमान सामान्य बना हुआ है, जबकि बिलासपुर और सरगुजा संभागों में तापमान सामान्य से कम दर्ज किया गया है। बस्तर संभाग में भी तापमान सामान्य से कम है। इस समय प्रदेश में सबसे अधिक तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दुर्ग में जबकि सबसे कम तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस नारायणपुर में दर्ज किया गया है।
पश्चिम बंगाल में साइक्लोन का प्रभाव
पश्चिम बंगाल में सक्रिय साइक्लोन का असर छत्तीसगढ़ के मौसम पर भी देखने को मिल रहा है। इस साइक्लोन की वजह से झारखंड और मध्य प्रदेश के साथ-साथ उत्तरी छत्तीसगढ़ में भी वायुमंडलीय सर्कुलेशन सक्रिय है। इसी कारण सरगुजा क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ के लिए एक महत्वपूर्ण अलर्ट जारी किया है। विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए बताया है कि प्रदेश में गरज और चमक के साथ तूफानी बारिश हो सकती है। इस चेतावनी के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
मानसून की आगामी स्थिति
मानसून के वर्तमान सक्रियता में थोड़ी ढिलाई देखी जा रही है। इसका मुख्य कारण प्रदेश में कोई विशेष वेदर सिस्टम का सक्रिय न होना है। हालांकि, नमी की उपस्थिति के चलते 6-7 जिलों में हल्की बूंदाबांदी होती रहेगी। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 27 अगस्त से एक नया मानसून सिस्टम सक्रिय होगा, जो आगामी 12 से 15 दिनों तक प्रदेश में बारिश की गतिविधियों को जारी रखेगा।
छत्तीसगढ़ में मानसून का आगमन किसानों और मौसम प्रेमियों के लिए एक सकारात्मक बदलाव लेकर आया है। बारिश से जहां किसानों को फसलों की बेहतर वृद्धि की उम्मीद है, वहीं बाढ़ और खराब मौसम के चलते सतर्कता बरतने की जरूरत भी बनी हुई है। मौसम के इस उतार-चढ़ाव के बीच, आने वाले दिनों में मानसून की नई सक्रियता प्रदेश में और भी अधिक बारिश और ठंडक लाने की संभावना है।