Ismail Haniyah Explainer : मारा गया हमास चीफ “इस्माइल हानिया” इजराइल ने लिया बदला! मिला अमेरिका का साथ, ईरान ने दी खुली धमकी – लेंगे बदला

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Ismail Haniyah, Mosad, Iran, Israel, Hamas Chief, Ismail Haniyah Explainer : ईरान की राजधानी तेहरान में हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हानिया की हत्या ने एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। हानिया हमास के प्रमुख थे। उन्होंने हाल ही में तेहरान का दौरा किया था और ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। उनकी हत्या का मामला अब चर्चा का विषय बन गया है, और इसके पीछे इजरायल का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है।

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इस्माइल हानिया का तेहरान दौरा और हत्या

इस्माइल हानिया आमतौर पर कतर में रहते थे, ईरान में नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए तेहरान पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खमनेई से भी मुलाकात की थी। उनकी इस यात्रा को लेकर सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें वायरल हुईं थी। जिनमें वे ईरान के प्रमुख नेताओं के साथ नजर आ रहे थे। ईरान ने हानिया को राजकीय अतिथि का दर्जा दिया था,। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य ईरान के साथ अपने रिश्तों को मजबूत करना था।

हालांकि हानिया का यह दौरा हिंसा की भेंट चढ़ गया। सूत्रों के अनुसार हानिया और उनके एक सुरक्षा गार्ड की हत्या 7 जुलाई की सुबह ईरान के उत्तरी तेहरान स्थित उनके आवास पर एक ‘एरियल प्रोजेक्टाइल’ द्वारा की गई। इस प्रोजेक्टाइल के बारे में अभी अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन हिजबुल्लाह से संबद्ध अल-मायादीन ने एक अनाम ईरानी अधिकारी के हवाले से कहा कि यह हमला “विदेश से दागी गई मिसाइल” से किया गया था। जिसे ईरान के खिलाफ आक्रामकता की घटना माना जा रहा है।

इजरायल का संदिग्ध हाथ

हालांकि किसी भी समूह ने इस हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन इसमें इजरायल के मोसाद का हाथ होने की संभावना जताई जा रही है। इजरायल ने पहले ही चेतावनी दी थी कि वह हमास के शीर्ष नेतृत्व को समाप्त करने के लिए तैयार है, खासकर 7 अक्टूबर को किए गए हमलों के बाद इजराइल सतर्क था।

इजरायली खुफिया एजेंसियों मोसाद ने हानिया की गतिविधियों पर निगरानी रखनी शुरू कर दी थी, और उसकी सटीक स्थिति की जानकारी इजरायली सेना को दी थी। इसके बाद, सटीक दिशा-निर्देशों के आधार पर एक गाइडेड मिसाइल का उपयोग करके हानिया के ठिकाने पर हमला किया गया। यह हमला इजरायली हवाई हमले का हिस्सा माना जा रहा है।

कतर, तुर्की और इजरायल की जटिल राजनीति

इस्माइल हानिया का अधिकांश समय कतर में ही बीतता था, जहां उनका राजनीतिक कार्यालय भी स्थित है। कतर अमेरिका का करीबी सहयोगी है। इसके कारण इजरायल कतर में सीधे हमले की संभावना से बचता है, क्योंकि ऐसा करना अमेरिका की प्रतिक्रिया को आमंत्रित कर सकता है। इसी तरह तुर्की भी नाटो का सदस्य है, और इजरायल के लिए तुर्की में हानिया को निशाना बनाना भी मुश्किल होता। इसलिए ईरान को हानिया के लिए एक सही स्थान माना गया, जहां इजरायल को कम राजनीतिक प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा।

हानिया की संपत्ति और जीवनशैली

न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, हानिया और उनके साथियों, जैसे मौसा अबू मरजुक और खालिद मशाल के पास अरबों डॉलर की संपत्ति है। रिपोर्ट के मुताबिक, हानिया और मशाल के पास लगभग 4 बिलियन डॉलर की संपत्ति है, जबकि अबू मरजुक की संपत्ति करीब 3 बिलियन डॉलर है। हानिया का ज्यादातर समय कतर में बीतता था, जहां वह लग्जरी जीवन जीते हुए इजरायल के साथ युद्ध विराम की बातचीत कर रहे थे।

हानिया की मौत के राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव

ईरान और हमास ने हानिया की मौत को एक बड़ा आघात मानते हुए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। ईरान ने इसे अपने खिलाफ आक्रामकता का कृत्य बताते हुए “निर्णायक प्रतिक्रिया” देने की बात कही है। इस घटना ने क्षेत्रीय राजनीति में एक नई अनिश्चितता पैदा कर दी है, और भविष्य में ईरान और इजरायल के बीच संभावित टकराव की स्थिति को भी बढ़ा दिया है।

ईरान के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल होने के दौरान हानिया की हत्या ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में प्रमुख नेताओं की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। हानिया की हत्या से उत्पन्न तनाव और विवाद क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े पैमाने पर प्रभाव डाल सकता है।

इस हत्या के बाद, यह देखना दिलचस्प होगा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय और विशेष रूप से प्रमुख शक्तियां इस स्थिति को कैसे संभालती हैं। साथ ही हानिया की मौत के बाद हमास की प्रतिक्रिया और ईरान का अगले कदम भी महत्वपूर्ण होंगे।