अभिमान है बहुत सारे विवाद की जड़-अपर सत्र न्यायाधीश

मध्यस्तता को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न

अम्बिकापुर

अम्बिकापुर नगर के जिला पंचायत सभाकक्ष में शनिवार को जिला न्यायालय के न्यायाधीश, अधिवक्ता संघ सदस्य, चौम्बर ऑफ कॉमर्स व बीमा कंपनी के सदस्यों के साथ जिला स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम में मध्यस्तता विषय को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न हुई। कार्यशाला को संबोधित करते हुये जिला एवं सत्र न्यायाधीश एन.के.चंद्रवंसी ने कहा कि बहुत सारे विवाद की जड़ लोगों का अभिमान है। लोगों को उचित समझाईश देकर समझौता करा देना ही फायदेमंद है। इससे समाज में शांति व्यवस्था कायम रहेगी और आमजन विकास की ओर अग्रसर होंगे।

श्री चंद्रवंशी ने आगे बताया कि केस ज्यादा है तो टाईम भी ज्यादा खर्च होना स्वाभाविक बात है। त्वरित राहत किसमे मिलेगा लोगों को यह सोचना चाहिये। इसके लिये हमें स्वयं से सकारात्मक सोंच रखनी होगी, तभी लोगों की समस्या हम आसानी से व मध्यस्तता के माध्यम से सुलझा सकते हैं। अगर आपके प्रयास से कोई विवाद सुलझ जाये तो इससे अच्छी कोई और बात नहीं हो सकती। मध्यस्तता की भूमिका प्राचीन समय से ही चलती आ रही है। वर्तमान में इसे कानून के रूप में आगे लाया गया है। सकारात्मक सोंच के साथ मध्यस्तता हो जाये तो न्यायालय पर भी कम दबाव रहेगा।

कार्यशाला को संबोधित करते हुये वरिष्ठ अधिवक्ता एमपी सिंह ने बताया कि वे मध्यस्तता विषय को लेकर वरिष्ठ न्यायाधीशों के उपस्थिति में 48 घंटे का ट्रेनिंग प्राप्त किये हैं। उन्होंने आगे बताया कि मध्यस्तता न्यायालय का पूरक है। बहुत सारे केस ऐसे होते हैं, जिसमें आपस के लोग ही रिश्तेदार होते हैं और अगर कोई मध्यस्तता करा दे तो उन्हें न्यायालय जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कार्यशाला को अन्य न्यायाधीश, अधिवक्ता व अन्य संघ के सदस्यों ने मध्यस्तता विषय को लेकर विस्तृत जानकारी दी व कार्यशाला को संबोधित किये।