जांजगीर चांपा। जांजगीर चांपा जिले के नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम भादा एवं नवापारा में कई महीनो से अवैध रेत परिवहन एवं उत्खनन जारी है. वही रेत माफिया अधिकारियों का आज शासकीय अवकाश होने का फायदा उठाते देखे गए. दर्जनों हाइवा की लाइन भादा नवापारा रोड में आज सुबह लगी रही. इसकी जानकारी कलेक्टर एवं खनिज अधिकारी को विधायक प्रतिनिधियो एवं कई ग्रामीणों द्वारा फोन से दी गई,लेकिन अधिकारी अवकाश होने का हवाला देकर फोन को कट कर दिया. अवकाश का मजा लेते रहे. कलेक्टर साहब तो फोन उठाना उचित नहीं समझे. इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि अधिकारी अपने काम के प्रति कितना जिम्मेदार हैं. सरकार का करोड़ों का राजस्व की हानि होने के बाउजुद अधिकारी छुट्टी का मजा लेते रहे . इसी का फायदा उठाकर आज दर्जनों हाइवा द्वारा रेत माफिया अवैध उत्खनन एवं परिवहन करते रहे. किसी अधिकारी ने उन्हें नहीं रोका. जब इसकी शिकायत अधिकारियों के पास की जाती है तो उनके पास एक ही जवाब होता है कि उनके पास स्टाफ की कमी है। और अवकाश होने की वजह कार्यवाही नहीं की जा सकती। इसके पूर्व अधिकारों द्वारा कई कार्यवाही करने के दावे तो जरूर करते हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। अधिकारियों एवं रेत माफिया के बीच साठगांठ होने के कारण माफियाओं पर कार्रवाई नहीं किया जाता है। जिससे जिले रेत उत्खनन एवं परिवहन खुलेआम जारी है. अगर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ईमानदारी से अगर करते तो हिम्मत नहीं किसी रेत माफियाओ का कि वे अवैध उत्खनन एवं परिवहन कर ले। ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों को इसकी जानकारी भी दी जाती है. लेकिन अधिकारी ग्रामीणों के बात को अनसुना करके रेत माफियाओं को बढ़ावा दे रहे हैं। इसका कई उदाहरण सामने आ चुका है। आरुषी ट्रांसपोर्ट के कई हाईवा आज नवापारा रोड में दिखे जो अवैध परिवहन के लिए लाइन से खड़े हुए थे. लेकिन अधिकारियों को जानकारी के बाद भी कार्रवाई नहीं किया गया। इससे अधिकारियों के कार्यवाही को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। अब ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करने की बात कह रहे हैं।