Big Breaking: वन महोत्सव कार्यक्रम में हुआ बखेड़ा… कांग्रेसी विधायकों ने जिला प्रशासन पर लगाया बड़ा आरोप… कहा अपमान करने के लिए नहीं करे कार्यक्रम में आमंत्रित… जिला प्रशासन की हुई खूब किरकिरी…!

जांजगीर-चांपा। जिले में 10 जुलाई से 16 जुलाई तक ‘‘एक पेड़ माँ के नाम‘‘ अभियान के तहत वृहद पौध रोपण सप्ताह का आयोजन किया गया। इसके तहत आज पुलिस लाईन खोखरा में आज जिला प्रशासन एवं वन मंडल जांजगीर-चांपा द्वारा वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन करते हुए वृहद पौध रोपण सप्ताह का समापन किया गया। जिसमें जनप्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारी स्कूल कॉलेज के छात्र-छात्राएं सहित आम नागरिक शामिल हुए। इस अवसर पर विधायक जांजगीर-चांपा ब्यास नारायण कश्यप, विधायक अकलतरा राघवेन्द्र कुमार सिंह, विधायक पामगढ़ श्रीमती शेषराज हरबंश, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, अमर सुल्तानिया सहित कलेक्टर आकाश छिकारा,पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला शामिल हुए।

लेकिन कार्यक्रम में उस समय बखेड़ा खड़ा हो गया जब कांग्रेसी विधायक ने प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने का आरोप जिला प्रशासन पर लगाया. कार्यक्रम में अतिथि के रूप में कांग्रेसी विधायकों को भी आमंत्रित किया गया था साथ में जांजगीर चांपा लोकसभा के सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े भी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुई. कार्यक्रम के स्वागत भाषण के बाद अतिथियों द्वारा कार्यक्रम को संबोधन करने का समय आया जिसमे जिला प्रशासन द्वारा कांग्रेसी विधायक को छोड़ पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल को संबोधन के लिए आमंत्रित कर दिया गया उसके बाद कांग्रेसी विधायक नाराज हो गए कार्यक्रम के बीच में ही छोड़कर चलते बने. जिला प्रशासन द्वारा मान मन्नवाल भी हुआ लेकिन कांग्रेसी विधायक नहीं माने. कांग्रेसी विधायकों का आरोप है जिला प्रशासन द्वारा प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया है, कांग्रेसी विधायक को छोड़कर दूसरे को संबोधन करने के लिए बोला गया जिससे कांग्रेसी विधायक नाराज हो गए और कार्यक्रम का बहिष्कार करते हुए चले गए. जिससे जिला प्रशासन की खूब किरकिरी हुई.कांग्रेसी विधायकों ने इस मामले को विधानसभा में उठाने की बात कही।

दूसरी ओर जिला प्रशासन द्वारा 12:00 बजे का टाइम में कार्यक्रम तय किया गया था लेकिन खुद कार्यक्रम में घंटो बाद पहुंचे. आयोजको द्वारा स्कूली बच्चों को 10 बजे से बुला लिया गया था. घंटो तक बच्चो को गर्मी में कार्यक्रम स्थल पर बैठाया रखा. जिससे बच्चों को काफी दिक्कते हुई. उनके पेरेंट्स भी जिला प्रशासन को कोसते रहे. समय पर जिला प्रशासन द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत नहीं की गई. बच्चों को कई घंटो तक अतिथियों का इंतजार करना पड़ा इसके बाद जिला प्रशासन ने कार्यक्रम को शुरू किया।