Disloyal Marriage : ज्योति मौर्या पार्ट 2, कारपेंटर पति ने लव मैरिज के बाद पत्नी को पढ़ाया, लेखपाल बनते ही बीवी ने छोड़ा साथ, न्याय की मांग

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Jyoti Maurya Part Two, Disloyal Marriage, Lekhpal Wife, Lekhpal Wife Leaves Carpenter Husband : उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में एक पति ने न्याय की गुहार लगाते हुए न्याय की मांग की। उन्होंने अपनी प्रेमिका से शादी की थी। इसके साथ थी उन्होंने कारपेंटर का काम करते हुए अपनी पत्नी को पढ़ाया था। अभी लेखपाल बनते ही पत्नी ने अपने पति से अलग होने का फैसला किया है। इस मामले को लोग झांसी में ‘ज्योति मौर्य पार्ट टू’ के नाम से जानते हैं। उनका दावा है कि वह ने अपनी पत्नी को खूब पढ़ाया-लिखाया और उसे सरकारी नौकरी तक पहुंचाया, लेकिन जब उसकी नौकरी लग गई, तो पत्नी ने उसका साथ छोड़ दिया।

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Disloyal Marriage : प्रेमिका से शादी और शिक्षा

नीरज विश्वकर्मा कारपेंटर का काम करते हैं, दो साल पहले ऋचा से शादी की थीं। उन्होंने रामराजा मंदिर में शादी की थी, जिसकी फोटो और वीडियो उनके पास हैं। वह अपनी पत्नी की इच्छा को समझते हुए उसे खूब पढ़ाया-लिखाया। ऋचा ने पढ़ने की इच्छा जाहिर की थी और उसने भी मेहनत करके लेखपाल की नौकरी हासिल की। लेकिन जब उसकी नौकरी लग गई, तो उसने नीरज का साथ छोड़ दिया।

Disloyal Marriage: न्याय की गुहार लगाई

नीरज विश्वकर्मा ने बताया कि 18 जनवरी को उनकी पत्नी अचानक घर से गायब हो गई थी और उसे ढूंढने के लिए वह काफी दिनों से परेशान थे। फैमिली कोर्ट में मुकदमा भी चल रहा है। आज जानकारी मिली है कि कलेक्ट्रेट में नव नियुक्त लेखपालों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है, इसलिए उन्होंने डीएम से न्याय की गुहार लगाई है।

इस मामले में समाज की नजरें अब न्याय के प्रति हैं। नीरज के वकील ने कहा कि वे न्याय चाहते हैं और अपनी पत्नी से अपील कर रहे हैं कि वह उनके साथ वापस आ जाएं और उनके साथ जीवन बिताएं।

Disloyal Marriage : न्याय की तलाश में झांसी का युवा

झांसी के इस मामले ने न्याय की तलाश में उस युवा को पीड़ित बना दिया है, जो अपनी पत्नी के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरा करने के लिए लगा हुआ है। इसके साथ ही समाज भी इस मामले में सकारात्मक दृष्टिकोण लेकर उनके साथ खड़ा है और न्याय के माध्यम से उनकी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस विवादित मामले ने यह साबित किया है कि समाज में धार्मिक संस्कारों और समाजिक न्याय के महत्व को महसूस किया जा रहा है। यहां न्यायपालिका की भूमिका भी महत्वपूर्ण है, जो इस मामले में न्याय के संरक्षक के रूप में उभरी है।