Quinton De Kock Wicketkeeper: क्विंटन डिकॉक की गिनती दुनिया के बेहतरीन विकेटकीपर्स में होती है। उन्होंने अपने दम पर साउथ अफ्रीकी टीम को कई मैच जिताए हैं। उनकी फुर्ती मैदान पर देखते ही बनती है और उनकी विकेटकीपिंग स्किल कमाल की है। टी20 वर्ल्ड कप 2024 में इस समय साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज के मुकाबला खेला जा रहा है। इस मैच में साउथ अफ्रीका के कप्तान एडन माक्ररम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है। इस मैच में क्विंटन डिकॉक ने एक स्टंपिंग की है।
क्विंटन डिकॉक ने T20I में पूरे किए 100 डिसमिसल
क्विंटन डिकॉक टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 डिसमिसल करने वाले पहले विकेटकीपर बने हैं। उनसे पहले ऐसा कोई भी नहीं कर पाया था। डिकॉक ने वेस्टइंडीज के खिलाफ केशव महाराज की गेंद पर रोवमैन पॉवेल को स्टंप किया और उन्होंने टी20 इंटरनेशनल में अपने 100 डिसमिसल पूरे कर लिए हैं। उन्होंने अभी तक टी20 इंटरनेशनल में 82 कैच पकड़े हैं और 18 स्टंपिंग की हैं। T20I में दिग्गज विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी भी 100 डिसमिसल पूरे नहीं कर पाए। धोनी ने T20I में 91 डिसमिल (57 कैच और 34 स्टंपिंग) किए हैं।
T20I में सबसे ज्यादा डिसमिसल करने वाले विकेटकीपर
क्विंटन डिकॉक- 100 डिसमिसल
महेंद्र सिंह धोनी- 91 डिसमिसल
इरफान करीम- 83 डिसमिसल
जोस बटलर- 79 डिसमिसल
दिनेश रामदीन- 63 डिसमिसल
ऐसा रहा है क्विंटन डिकॉक का करियर
क्विंटन डिकॉक ने साल 2012 में साउथ अफ्रीका के लिए डेब्यू किया था। तब से ही वह साउथ अफ्रीका के बैटिंग ऑर्डर की रीढ़ बने हुए हैं। उन्होंने अभी तक 89 T20I मैचों में 2528 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 16 अर्धशतक शामिल हैं। वह विस्फोटक बैटिंग में माहिर हैं।वेस्टइंडीज ने बनाए 135 रन
वेस्टइंडीज ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच में पहले बैटिंग करते हुए 135 रन बनाए हैं। वेस्टइंडीज के लिए रोस्टन चेस ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। उन्होंने 52 रन बनाए और उनके अलावा काइल मेयर्स ने 35 रन और आंद्रे रसेल ने 15 रनों का योगदान दिया। इन प्लेयर्स की वजह से ही वेस्टइंडीज की टीम सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पाई।
वेस्टइंडीज ने बनाए 135 रन
वेस्टइंडीज ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच में पहले बैटिंग करते हुए 135 रन बनाए हैं। वेस्टइंडीज के लिए रोस्टन चेस ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। उन्होंने 52 रन बनाए और उनके अलावा काइल मेयर्स ने 35 रन और आंद्रे रसेल ने 15 रनों का योगदान दिया। इन प्लेयर्स की वजह से ही वेस्टइंडीज की टीम सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पाई।