सीतापुर/अनिल उपाध्याय। मानसिक रूप से विक्षिप्त ग्रामीण ने अपने बड़े बेटे की गला घोंटकर हत्या कर दी। बेटे की हत्या के बाद पिता ने भी फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। इस घटना के बाद गांव में मातम छा गया है। मौके पर पहुँची पुलिस ने पिता-पुत्र का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौप दिया है।
उक्त घटना ग्राम कोटछाल बैगापारा की है। जहाँ देर रात 35 वर्षीय पिता देवकुमार मांझी आ अमरविलास मांझी ने अपने पांच साल के बेटे दीपेश की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद पिता ने घर मे ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि देवकुमार मानसिक रूप से विक्षिप्त था। तीन माह पहले युवक की पत्नी की मौत हो गई थी। जिसके बाद 5 वर्षीय दीपेश के अलावा तीन साल के बेटे और साल भर की बेटी के साथ वो जीवन बसर कर रहा था। पत्नी की मौत के बाद युवक की हालत ज्यादा खराब हो गई थी। जिसकी वजह से उसे पागलपन का दौरा पड़ने लगा था। जिसमे वो अपना सुधबुध खोने के बाद उटपटांग हरकत करने लगता था। इसी पागलपन दौरे के दौरान उसने मारने की नीयत से अपने बड़े बेटे को तालाब में फेंक दिया था। जहाँ मौजूद लोगों ने बच्चे को तालाब से बाहर निकाल उसकी जान बचाई थी।
संभवतः घटना की रात भी उसे पागलपन का दौरा पड़ा होगा। जिसकी वजह से उसने अपने बेटे की हत्या के बाद खुद आत्महत्या कर ली। इस मामले में पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए पिता-पुत्र का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौप दिया है।इस घटना के बाद से गांव में मातम छा गया है। तीन महीने पहले माँ को खोने वाले भाई बहन अब पिता और भाई की मौत के बाद अनाथ हो गए हैं। जिनकी देखभाल की जिम्मेदारी उनके दादा दादी के बुजुर्ग कंधों पर आ पड़ी है।