अनिल उपाध्याय/सीतापुर. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा का बड़ा बुरा हाल हैं। शासन प्रशासन के अथक प्रयासों के बाद भी स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार होने का नाम नहीं ले रहा हैं। बिना किसी सूचना के स्वास्थ्यकर्मियों के गायब रहने से लोगो को उपचार की सुविधा नहीं मिल पा रही हैं। लोगो को उपचार के लिए दर दर भटकना पड़ रहा हैं।
दरअसल, मामला ग्राम पंचायत सरगा के उपस्वास्थ्य केंद्र का हैं। जहाँ बिना सूचना दिए स्वास्थ्यकर्मियों के ड्यूटी से गायब रहने के कारण स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई हैं। लोगो को जरूरत पड़ने पर उपस्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार का लाभ नही मिल पा रहा हैं। लोगो को अपना उपचार कराने के लिए दर दर की ठोकर खाना पड़ रहा हैं। स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा बरती जा रही लापरवाही को लेकर ग्रामीणों की शिकायत पर जब सरपंच श्रीमती सनकुंवर ने रविवार शाम उपस्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। तब वहाँ केवल आरएचवो (RHO) वीरेंद्र बखला ड्यूटी पर नजर आया। वहाँ पदस्थ दो अन्य महिला स्वास्थ्यकर्मी बिना की सूचना के गायब मिले।
इस संबंध में जब आरएचओ से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि सीएचओ सोनिया लकड़ा एवं एनएम उर्मिला पन्ना मौखिक सूचना देकर छुट्टी पर गई हैं। जिसमे से एक शनिवार से और दूसरी रविवार से बिना आवेदन दिए छुट्टी पर चले गए हैं। जिसकी वजह से उपस्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई हैं। लोगो को अपना उपचार कराने के लिए दर दर भटकना पड़ रहा हैं। बिना सूचना के उपस्वास्थ्य केंद्र से गायब होने वाली महिला स्वास्थ्यकर्मियों के इस रवैये से लोगो मे काफी नाराजगी हैं। निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों की शिकायत सही पाए जाने पर सरपंच ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की हैं।
उन्होंने इस संबंध में एक पंचनामा तैयार कर लापरवाह स्वास्थ्यकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा की हैं। उन्होंने कहा कि, गांव में मौजूद उपस्वास्थ्य केंद्र लोगो के उपचार का एकमात्र जरिया हैं। जहाँ बीमार लोग अपना उपचार कराने आते हैं। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्यकर्मियों की यह लापरवाही बर्दाश्त नहीं कि जाएगी। इनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही होनी चाहिए। ताकि भविष्य में दुबारा ऐसी लापरवाही कोई न कर सके। वहीं, इस संबंध में बीएमओ ने जांच कर उचित कार्रवाई की बात कही हैं।